माफिया अतीक अहमद और अशरफ की संपत्तियों को पता लगाने का सिलसिला अभी भी जारी है। प्रयागराज जनपद की पुलिस ने अतीक की नोएडा स्थित प्रॉपर्टी को कुर्क कर लिया है। इस प्रॉपर्टी की कीमत 3 करोड़ 70 लाख रुपए बताई जा रही है। यह प्रॉपर्टी नोएडा के सेक्टर 36 में स्थित है। इसको गैंगस्टर। एक्ट के तहत कुर्क किया गया है।
उल्लेखनीय है कि गत 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज जनपद के धूमनगंज थाना अंतर्गत घर के सामने ही उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल, बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। इस हमले में दोनों गनर की भी मृत्यु हो गई थी। राजू पाल की हत्या के मुकदमे की सुनवाई काफी तीव्र गति से चल रही थी। इसी दौरान 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हो गई। वर्ष 2005 में जब विधायक राजू पाल की हत्या के मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई तो सभी गवाह न्यायालय में पक्षद्रोही हो गए थे।
जिस समय मुकदमे की सुनवाई हो रही थी। उस समय सपा का शासनकाल था। उसके बाद राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी कि सपा के शासनकाल में अभियुक्तगण अत्यंत प्रभावी हैं इसलिए ट्रायल पर रोक लगा दी जाए। उच्च न्यायालय ने ट्रायल पर रोक लगा दी थी। जैसे ही बसपा की सरकार वर्ष 2007 में बनी। अतीक अहमद और उसके भाई के खिलाफ मुक़दमे दर्ज किये गए।
राजू पाल हत्याकांड के गवाह जो कोर्ट में मुकर गए थे, उन सब ने थाने में एफआईआर लिखवाया कि उनका अपहरण कर लिया गया था और यह कहा गया था कि कोर्ट में अगर नहीं मुकरोगे तो जान से मार दिए जाओगे, इसलिए जान के डर से कोर्ट में बयान से मुकरना पड़ा था। राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल समेत अन्य कई लोगों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। उमेश पाल लगातार मुकदमे में पैरवी कर रहे थे। इसी रंजिश में उनकी हत्या की गई। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक और अशरफ की पत्नी अभी तक फरार हैं।
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