अयोध्या में भगवान राम लला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराज चुके हैं। राम मंदिर के लिए हिन्दुओं का 500 वर्षों का तप, उनके बलिदान, उनकी अपने आराध्य के प्रति भक्ति अब सफल हो चुकी है। इसी के साथ ही देश में मंदिरों की लड़ाई लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने काशी और मथुरा की तरफ इशारा किया है।
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उन्होंने मंगलवार (23 जनवरी, 2024) को सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “बहुत जल्दी काशी और मथुरा भी मुक्त होगी ये मुझे विश्वास है। और ये होने वाला है।”
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गौरतलब है कि विष्णु शंकर जैन के बयान की अहमियत को इस बात से समझा जा सकता है कि वाराणसी में ज्ञानवापी ढांचे की लड़ाई में उनका अहम योगदान रहा है। ये विष्णु शंकर जैन और उनके पिता हरिशंकर जैन के ही प्रय़ासों का परिणाम है कि ज्ञानवापी मामले में सुनवाई आगे बढ़ी। कोर्ट कमिश्नर नियुक्त हुए और उसका सर्वे हुआ, जहां से बाद में हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियां मिलीं।
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इसी तरह से मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले में भी इलाहाबाद हाई कोर्ट में केस लड़ रहे हैं। विष्णु शंकर जैन समेत हिन्दू वकीलों के प्रय़ासों के बाद ही इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मथुरा जन्मभूमि से सटी कथित शाही ईदगाह के सर्वे का आदेश दिया था। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने के फैसले पर रोक अवश्य लगा दी थी, लेकिन उसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि मामले की सुनवाई चलती रहेगी।
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