झारखंड में धार्मिक गतिविधि हो और कट्टरपंथियों द्वारा उसमें विघ्न न डाला जाए ऐसा पिछले चार साल में एक बार भी देखने को नहीं मिला है। इसी तरह का एक और मामला गिरिडीह जिले में सामने आया है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूजित अक्षत और निमंत्रण पत्र वितरण के दौरान 12 जनवरी को करगाली खूर्द पंचायत के जटहा गांव में रामभक्तों पर कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया। कट्टरपंथियों की इस करतूत के बाद प्रशासन पूरी तरह से सावधान है । दूसरी तरफ इस घटना से आहत सभी हिन्दू संगठनों ने दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है
विहिप कार्यकर्ता आशीष ने बताया कि 12 जनवरी को शोभायात्रा करगाली स्थित बजरंगबली मंदिर से निकलकर कुसमई, बैजूडीह , दलदल होते हुए जटहा गांव जा रही थी। जटहा गांव मुस्लिम बहुल है लेकिन वहां कुछ हिन्दू परिवार भी रहते हैं। उन्हीं हिन्दू परिवारों में अक्षत वितरण के लिए जाना था। जटहा पहुंचने से 500 मीटर पहले ही उस क्षेत्र के कुछ मुसलमानों ने शोभायात्रा को रोक दिया। वे लोग शोभायात्रा को अपने गांव में प्रवेश नहीं होने देना चाहते थे। इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शोभायात्रा पर हमला कर दिया। हमला करने वालों में बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भी शामिल थीं और सभी के हाथों में लाठी सहित कई तरह के हथियार भी थे। इस हमले में कई हिंदू गंभीर रूप से घायल हो गए। अंततः शोभायात्रा को लौटना पड़ा, लेकिन इस घटना के बाद स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। इसे लेकर 13 दिसंबर को धनवार में ही एक मंदिर प्रांगण में बैठक की गई। इस बैठक में बजरंग दल के राजेश यादव, जिला परिषद सदस्य सुबोध राय, भाजपा नेता सुनील अग्रवाल, बसंत भोक्ता समेत कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान धनवार थाना प्रभारी पीकू प्रसाद भी पहुंचे थे। बैठक के बाद स्थानीय थाना में आवेदन देकर 48 घंटे के भीतर दोषियों को पकड़ने की मांग की गई है।
पीड़ित हिंदू पक्ष की ओर से पुलिस को आवेदन देते हुए पूरे मामले की जानकारी दी गई। इसके साथ ही बताया गया कि हमले में वसीम मियां, तैयब अंसारी, सरफराज अंसारी, मुख्तार मियां, जैनुल मियां, महवली मियां, नूर मोहम्मद मियां, कलीम मियां, कयूम मियां सहित सैकड़ो लोग इस हमले में शामिल थे। अवेदन में बताया गया कि इस घटना के पीछे मुख्य रूप से करगाली खुर्द पंचायत के पूर्व मुखिया मोहम्मद असगर इमाम शामिल था।
बैठक के बाद धनवार अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को हिंदू संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपते हुए कहा गया कि हिंदू संगठन के सदस्यों के साथ मारपीट करनेवाले लोगों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाया जाता है तो धनवार के करगाली खुर्द गांव में हनुमान चालीसा पाठ करने के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी।
पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द निष्पक्ष कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान एक और आवेदन हिंदू पक्ष द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को देते हुए फिर से यह शोभायात्रा 15 जनवरी को निकालने की बात कही गई है।
इस मामले में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि सभी को अपने धर्म के प्रति आस्था है. अभी अयोध्या में श्रीराम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसके लिए निमंत्रण पत्र के साथ घर-घर अक्षत बांटा जा रहा है ऐसे में जुलूस पर हमला करना ठीक नहीं है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में भी अक्षत वितरण करने वालों पर जिहादी भीड़ ने हमला किया था। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की और एक बार फिर से शोभायात्रा निकाला गई। अब देखना यह है कि हेमंत सोरेन सरकार इस मामले पर क्या करने वाली है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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