इस्लाम छोड़ चुके पाकिस्तानी मूल के ऑस्ट्रेलियाई लेखक हैरिस सुल्तान को इंस्टाग्राम पर चाकू से गोद कर हत्या करने की धमकी देने की घटना प्रकाश में आई है। हैरिस सुल्तान ने इंस्टाग्राम पर मिली धमकी का स्क्रीनशॉट एक्स पर शेयर किया। जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि इस्लामिक कट्टरपंथी धमकी देता है कि तुम काफी कुछ बोल चुके हो। हम तुम्हें मरने तक चाकू से गोदेंगे।
इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई लेखक ने स्कॉटलैंड पुलिस को टैग कर ऐसे तत्वों की पहचान करने की मांग है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “क्या कोई इन जोकरों को पहचान सकता है? इनका मानना है कि पुलिस उसे और उसके बॉयफ्रेंड को नहीं छू सकती, क्या यह सच है?” इसके साथ ही हैरिस ने उस इंस्टाग्राम अकाउंट को भी शेयर किया।
Can anyone recognise these clowns? He reckons police can’t touch him and his boyfriends, is that true @PoliceScotland? pic.twitter.com/KFu9opNbWw
— Harris Sultan (@TheHarrisSultan) January 9, 2024
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इसमें देखा जा सकता है कि अज्ञात अकाउंट से लिखा गया, “हम तुझे 2 साल से मारने की सोच रहे हैं। मुझे फर्क नहीं पड़ता है कि तुम कहा हों, तुम पहले ही बहुत कुछ कर चुके हो। जो कर रहा है करते रहो। हम तुम्हें एक बार में हू पूरी तरह से रोक देंगे।”
कौन है हैरिस सुल्तान
बता दें कि हैरिस सुल्तान पाकिस्तानी मूल के लेखक हैं। हैरिस लाहौर से 19 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वो इस्लाम छोड़ चुके हैं। हैरिस सुल्तान ने एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम ‘द कर्स ऑफ गॉड-व्हाई आई लेफ्ट इस्लाम’ है। इस किताब में इस्लाम छोड़ने की अपनी यात्रा के बारे में लिखा है।
I have been warning the #Pakistani clergy, intelligentsia, and wider community that, sooner rather than later, they will have to face the sudden rise of apostates. However, instead of paying attention to the obvious, they thought they could continue on the trajectory of brutality… pic.twitter.com/w3wsePZqBJ
— Harris Sultan (@TheHarrisSultan) April 9, 2023
उल्लेखनीय है कि स्वघोषित नास्तिक और एक्टिविस्ट हैरिस सुल्तान पिछले साल अप्रैल 2023 में पाकिस्तान में जबरन इस्लामिक मनवाने के मुद्दे को उठाया था। उन्होंने ट्वीट किया था, “अपने बच्चों को अजान और रोजा करने के लिए मजबूर करना बंद करों और उन्हें अपने पुराने, मजहबी रीति-रिवाजों के खिलाफ बोलने दो। अगर हम इस्लाम का सम्मान नहीं करते हैं तो हमें ऐसा करने के लिए मजबूर मत करो। जितना अधिक आप उन्हें दबाएंगे, वे उतना ही क्रोधित होंगे और इस्लाम के प्रति आपकी कमजोरी को देखते हुए, आप उनके क्रोध को संभाल नहीं पाएंगे।”
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