जयपुर : कांग्रेस नेता मेवाराम जैन के कथित अश्लील वीडियो वायरल होने की वजह से कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर से भूचाल ला दिया है। मेवाराम के पिछले दिनों दो आपत्तिजनक वीडियो सामने आए थे, जिसके कुछ दिन बाद ही एक और अश्लील वीडियो सामने आया है। अब इन्हीं वीडियोज के स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। इसी वजह से कांग्रेस ने मेवाराम जैन को पार्टी से निकाल दिया है, उधर पीड़िता ने जोधपुर में मुकदमा दर्ज कराया है।
मेवाराम जैन का आपत्तिजनक वीडियो
पूर्व विधायक मेवाराम जैन के दो कथित वीडियो कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए थे। ये दोनों वीडियो 7.11 और 7.10 मिनट के थे। वहीं रविवार को जो तीसरा आपत्तिजनक वीडियो सामने आया है। वह 33.8 मिनट का है। पहले जो दो वीडियो सामने आए थे उनमें से एक वीडियो में महिला अलमारी में कैमरा फिट करती हुई नजर आ रही थी, जबकि वायरल दूसरे वीडियो में मिनिस्टर साहब का अश्लील वीडियो है।
मेवाराम जैन समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
पीड़िता की तरफ से पहले ही पूर्व विधायक मेवाराम जैन, डिप्टी एसपी आनंद सिंह राजपुरोहित, बाड़मेर कोतवाल गंगाराम, नगर परिषद के उपसभापति सुरतान सिंह समेत नौ लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है। बावजूद जोधपुर पुलिस ने मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं की है। वहीं पूर्व विधायक मेवाराम ने उच्च न्यायालय की शरण ली।कोर्ट में मेवाराम जैन ने वायरल वीडियो को एडिटेड करके वायरल करने का आरोप लगाया। फिलहाल अदालत ने मेवाराम की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। मामले में अगली सुनवाई 25 जनवरी को होगी।
पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में निर्वस्त्र कर मारपीट का आरोप
पीड़िता की तरफ से दर्ज एफआईआर में बताया गया कि कुछ समय पहले मेवाराम जैन के कथित गुंडों ने उसको जबरन घर से उठाया लिया था और उसे फार्म हाउस में ले जाया गया था। जहां पर और भी गवाहों को ले जाया गया था। पीड़िता का आरोप है कि वहां पर उसके हाथ-पैर बांधकर निर्वस्त्रकर बेरहमी से मारपीट की गई। इतना ही नहीं उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डालने का भी आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उसके साथ खूब मारपीट की, इस दौरान वहां एक भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं होने की बात भी कही। एफआईआर में बताया गया कि जिस दौरान महिला के साथ ये निंदनीय हरकत हो रहीं थीं, उस वक्त वहां मौजूद पुलिसकर्मी वीडियो बना रहे थे। इतना ही नहीं एफआईआर में महिला ने बताया कि उसे डरा, धमकाकर खाली कागजों पर साइन भी करवाए गए थे।
पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की कही बात
मामले में एसपी दिगंत आनंद के मुताबिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ दुर्व्यवहार की कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत की रिपोर्ट आती है तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं जोधपुर पश्चिम के डीसीपी गौरव यादव के अनुसार पूर्व विधायक और कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ राजीव गांधी नगर थाने में केस दर्ज करवाया गया है। मामले में जांच जाही है। जांच में जो भी सामने आएंगे उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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