अमेरिका की संसद अब हिंदू हितों की अनदेखी नहीं कर पाएगी। कारण? अब वहां उस समुदाय के हितों के संरक्षण की चिंता करने वाला एक समूह खड़ा हो रहा है जो अमेरिका की तरक्की में बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। इस नए समूह के गठन की घोषणा हो चुकी है।
हिंदू-अमेरिकी समुदाय के अमेरिका के नीति निर्माताओं के साथ बेहतर संबंध बनें, इस दृष्टि भविष्य में एक संसदीय कॉकस की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। इस नए समूह का नाम ‘कांग्रेशनल हिंदू कॉकस’ है। यह हिंदू-अमेरिकी समुदाय की आवाज मुखर करने तथा उसे और अधिक प्रसारित करने में विशेष भूमिका रखने वाला प्रभावी कदम होगा।
इस कॉकस के गठन के पीछे एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य है और वह है पांथिक अल्पसंख्यकों यानी हिन्दुओं के हितों को लेकर अमेरिकी संसद में उनसे जुड़े विषयों को सामने रखते हुए एक दबाव तैयार करना। इसे लेकर कांग्रेशनल हिंदू कॉकस की घोषणा हुई है। संसद में इसके गठन की घोषणा रिपब्लिकन पार्टी के सांसद पीटर तथा एलिस स्टेफानिम ने की है।
इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि कांग्रेशनल हिंदू कॉकस को हिंदू-अमेरिकी समुदाय की आवाज की पहचान बनना है और उसे आगे प्रसारित करना है। यह हिन्दू हित के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। कॉकस ने इस बयान में यह भी कहा है कि हिन्दुओं की चिंताओं को प्रमुखता से देखते हुए, अमेरिका के विकास में उनकी भूमिका को रेखांकित किया जाएगा। इस मंच की कोशिश होगी कि हिन्दुओं के नजरिए को सबसे बड़े स्तर पर पहुंचाया जाए।
हिंदू कॉकस हिंदू-अमेरिकी समुदाय के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष गौर तो करेगा ही, लेकिन इसमें सिर्फ अमेरिका में बसे हिन्दुओं की ही बात नहीं होगी। कॉकस भारत, नेपाल, इंडोनेशिया, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नीदरलैंड्स और यूके के साथ साथ अन्य अनेक देशों में बसे हिंदुओं की भी बात उठाएगा।
इस हिंदू कॉकस हिंदू-अमेरिकी समुदाय के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष गौर तो करेगा ही, लेकिन इसमें सिर्फ अमेरिका में बसे हिन्दुओं की ही बात नहीं होगी। कॉकस भारत, नेपाल, इंडोनेशिया, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नीदरलैंड्स और यूके के साथ साथ अन्य अनेक देशों में बसे हिंदुओं की भी बात उठाएगा। बयान बताता है कि हिन्दू कॉकस में सिख, जैन तथा बौद्ध प्रतिनिधि भी सम्मिलित हैं।
कांग्रेशनल हिंदू कॉकस उन्मुक्त कारोबार, मर्यादित सरकार, वित्तीय अनुशासन, मजबूत पारिवारिक मूल्यों तथा शासन के विरुद्ध विदेश नीति के एक दमदार रवैए की पैरवी करता है। माना जा रहा है कि अमेरिका के विभिन्न शहरों में कुछ तत्व जिस प्रकार का हिन्दू विरोधी बर्ताव दिखाते हैं या कुछ सांसद संसद में हिन्दुओं से जुड़े विषयों का अनदेखा रखने का प्रयास करते है, अब इस कॉकस के माध्यम से उसमें कमी आएगी।
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