केरल के बाद महाराष्ट्र और गोवा में मिला कोरोना का नया वेरिएंट, स्वास्थ्य मंत्री ने की बैठक, कहा-सतर्क रहने की जरूरत
JN.1 Variant: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में हालिया वृद्धि को देखते हुए, स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारी पर बैठक की।
JN.1 Variant: देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की दस्तक ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। केरल के बाद अब दो और अन्य राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 की पुष्टि हुई है। जिसके बाद से स्थित चिंताजनक हो गई है। वहीं इन नौ दिनों में भारत में कोरोना के केस दोगुना हो गए हैं।
बतादें JN.1 वेरिएंट का पहला केस केरल में सामने आया था। जिसके बाद महाराष्ट्र और गोवा में भी इस नए वेरिएंट के 19 मामलें सामने आए हैं। जिनमें से एक मामला महाराष्ट्र का है, जबकि 18 मामले गोवा से सामने आए हैं। वहीं पूरे देश में कोरोना के मामले बढ़कर 2 हजार के आस-पास पहुंच गए हैं। 11 दिसंबर को 938 कोरोना के केस दर्ज किए गए थे। कोरोना के एक बार फिर से वापस लौटने पर केंद्र सरकार ने चिंता जताई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में हालिया वृद्धि को देखते हुए, स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारी पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
वहीं कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, “हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ बैठक की और मूल रूप से उन्होंने हमें तैयारी जारी रखने, निगरानी रखने और परीक्षण करने को कहा है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, कोई दिशानिर्देश नहीं है और गतिविधियों और जमावड़ों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन हम लोगों को सलाह देते हैं कि जब वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाएं तो सावधानी बरतें, और बेहतर होगा कि वे मास्क पहनें।”
बतादें कोरोना का यह नया वेरिएंट JN.1 इस समय अमेरिका, चीन और सिंगापुर में खूब तेजी से फैल रहा है। वहां बड़ी संख्या में लोग कोरोना के इस नए वेरिंएट की चपेट में आ रहे हैं। वहां स्थिति ऐसी है कि अस्पतालों में बेड फुल हैं। इन देशों में जिस तरह से कोरोना का ये वेरिएंट पांव पसार रहा है, वो बेहद चिंताजनक है। सिंगापुर में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
वहीं डब्लूएचओ ने इस नए वेरिएंट को क्लासिफाइड किया है और इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ की कैटेगरी में रखा है। जिसका मतलब है कि इसके गंभीर होने की संभावना कम है लेकिन ये प्रसारित हो सकता है। इसलिए सतर्क रहना होगा। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा था कि इस नए वेरिएंट से लोगों में कोरोना तेजी से तो फैल रहा है लेकिन, मौत की संख्या काफी कम है। इसको देखते हुए ये कहा जा सकता है कि डरने की आवश्यकता कम और सतर्क रहने की जरूरत ज्यादा है। संगठन का कहना है कि जो वैक्सीन बाजारों में उपलब्ध है वो इस नए वेरिएंट को मात देने में पूर्ण रूप से सक्षम है।
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