उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल 2 सप्ताह के संघर्ष के बाद बचा लिया गया। अंदर फंसे मजदूरों को निकालने के लिए पाइप डाली गई। उन्हें ऑक्सीजन और भोजन और कपड़े मुहैया कराए गए। सुरंग के अंदर एंबुलेंस भी भेजी गई। उनके इलाज के लिए सुरंग के अंदर ही अस्थायी मेडिकल व्यवस्था की गई। सुरंग के अंदर पाइप के रास्ते से सबसे पहले एनडीआरएफ के जवान गए और एक-एक करके श्रमिकों को बाहर निकाल लिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते टनल के अंदर ही अस्थायी मेडिकल सुविधा का विस्तार किया गया है। फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद इस स्थान पर स्वास्थ्य जांच के लिए लाया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 8 बेड एवं डॉक्टरों और विशेषज्ञों की व्यवस्था पहले से ही कर रखी थी। टनल के अंदर एक रेस्क्यू अस्पताल बनाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, प्रमुख सचिव, डीएम सहित तमाम अधिकारी और कंपनी के लोग मजदूरों के हर पल का अपडेट लेते रहे। प्रधानमंत्री कार्यालय भी पल-पल की अपडेट ले रहा है। सभी श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ भेजा जायेगा। हेलीकॉप्टर भी तैयार रखा गया है। सुरंग और बाहर के तापमान में 20 डिग्री सेल्सियस का फर्क है। सुरंग के अंदर पाइप के रास्ते से सबसे पहले एनडीआरएफ के जवान पहुंचे थे और एक-एक करके श्रमिकों को बाहर निकालने में जुटे रहे।
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इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुखद सूचना सोशल मीडिया पर साझा की थी। उन्होंने कहा था कि बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है। शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) और पीएम के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे सिल्क्यारा सुरंग से बाहर आए। उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया कि सुरंग के अंदर पाइप डालने का काम पूरा हो गया है और जल्द ही सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
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