घर जाने या फिर कहीं घूमने जाने की तैयारी हो जाती है, लेकिन जब ट्रेन में टिकट लेने की कोशिश करते हैं, तो आपको पता चलता है कि वेटिंग लिस्ट तो बहुत लंबी है। अगर आप इसी इसी तरह की परेशानियों से घिरे हैं, तो ‘डोन्ट वरी’ जल्द ही आपकी समस्याओं का निदान होगा। केंद्र सरकार इसके लिए मिशन मोड में जुटी हुई। भारत सरकार ने वेटिंग की समस्या से जनता को निजात दिलाने के लिए अगले चार साल में 3000 नई ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। सरकार इसके लिए चरणबद्ध तरीके से काम में जुट गई है।
इससे रेलवे की परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी और सालाना 1000 करोड़ यात्री रेलवे से आरामदायक सफर कर सकेंगे। गुरुवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि साल 2027 तक वेटिंग लिस्ट की समस्या को सुलझा लिया जाएगा। सभी को कन्फर्म टिकट मिलेगा। उन्होने आगे कहा कि वर्तमान में रेलवे की मौजूदा वक्त में सालाना 800 करोड़ की है, जबकि ये अगले चार साल में 1000 करोड़ हो जाएगी। इसके साथ ही यात्रा में लगने वाले समय को भी कम करने पर रेलवे काम कर रहा है।
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69000 नए कोच तैयार
रेल मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि मौजूदा वक्त में रेलवे में 69000 नए रेल कोच बनकर तैयार हैं। जबकि, हर साल 5000 नए कोच बन भी रहे हैं। ये एलएचबी कोच हैं, जो पुश और पुल तकनीक पर आधारित हैं। मतलब ये कि अब फैक्ट्री से कोच नहीं बल्कि सीधे ट्रेन ही बनकर निकलेगी। बता दें कि एलएचबी तकनीक होने के कारण रेलवे के संचालन में लगने वाले समय में कमी आएगी। दिल्ली औऱ हावड़ा के बीच इस तकनीक का परीक्षण भी किया गया है, जिसमें 2 घंटे 40 मिनट समय की बचत हुई है। इसके बाद रेलवे हर साल 400 से 450 वंदे भारत ट्रेनों के अलावा 200 से 250 जोड़ी नई ट्रेनें चला सकता है।
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