पंजाब में आप की सरकार है और दिल्ली में भी। प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट दिल्ली और पंजाब दोनों सरकार को फटकार लगा चुका है। दिवाली के आसपास पराली का धुआं दिल्ली-एनसीआर का दम घोंटने लगता है। इस बार कैबिनेट सचिव की बैठक में भी स्पष्ट हो गया कि दिल्ली के प्रदूषण में पराली का योगदान 38 प्रतिशत है। और इस 38 प्रतिशत में पंजाब का अकेले योगदान 90 प्रतिशत से अधिक है।
एक वीडियो बठिंडा से आया है। इसमें दिख रहा है कि कई किलोमीटर तक पराली किस तरह से जल रही है। कानून व्यवस्था के साथ-साथ पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं को तीली लगाने का यह नज़ारा पंजाब के बठिंडा का है। दिनदहाड़े कई किलोमीटर तक पराली फूंकी जा रही है।
पंजाब में बुधवार को पराली जलाने के मामलों ने बीते दो साल का रिकॉर्ड टूट गया है। कुल 2544 नए मामले सामने आए हैं। साल 2021 में इसी समय 1761 और 2022 में पराली जलाने के केवल 141 मामले ही रिपोर्ट हुए थे। सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों पंजाब सरकार को पराली जलाने पर रोक लगाने का आदेश देने के साथ ही जमकर फटकार लगाई थी। इसके बावजूद पराली जलाने की घटनाएं रुक नहीं रही हैं।
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बठिंडा जिला लगातार पराली जलाने के मामले में हॉट स्पॉट बना हुआ है। बुधवार को भी यहां से सर्वाधिक 356 मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही बठिंडा का एक्यूआई भी पंजाब में सबसे अधिक 365 दर्ज किया गया है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। बुधवार को मोगा में पराली जलाने के 318, मुक्तसर में 180, संगरूर में 262, लुधियाना में 144, फिरोजपुर में 253, फरीदकोट में 225, फाजिल्का में 179, बरनाला में 264, जालंधर में 85, पटियाला में 66 मामले रिपोर्ट किए गए।
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पंजाब के प्रमुख शहरों में बठिंडा का एक्यूआई 365, जालंधर का 203, पटियाला का 248, खन्ना का 158, लुधियाना का 160, अमृतसर का 170, मंडी गोबिंदगढ़ का 283 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब में आने वाले दिनों में सुबह के वक्त कोहरा पड़ने की संभावना है। विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के डायरेक्टर मनमोहन सिंह के मुताबिक अगले सप्ताह से कोहरा ज्यादा बढ़ेगा। स्मॉग और कोहरे की वजह से दृश्यता कम रहेगी।
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