हरिद्वार। सनातन नगरी हरिद्वार के गंगा घाटों का देव स्वरूप बनाए रखने को लेकर हरिद्वार प्रशासन को लगातार चुनौतियां मिल रही हैं। कुछ दिन पहले पावन हर की पैड़ी के भागीरथ पुल के पास एक मुस्लिम युवक को अंडे बेचते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया है। निजामुद्दीन नाम का ये युवक मिलक (मुरादाबाद) का रहने वाला है। कुछ माह पहले भी एक मुस्लिम युवक गंगा घाट के पास छद्म नाम से रहकर एक रेस्त्रां चलाते हुए पकड़ा गया, जिसे गंगा सभा के पंडों ने पुलिस के हवाले किया था।
हर की पैड़ी सहित अन्य घाटों में गैर हिंदू लोगों के आने जाने पर पाबंदी है। ऐसा नियम आज का नहीं बल्कि ब्रिटिश शासन काल से चला आ रहा है और ये हरिद्वार नगर पालिका/ निगम के बायलॉज में भी लिखा हुआ है।
हरिद्वार तीर्थ स्थान है। सनातन धर्म में इस गंगा नगरी को विशेष महत्व है। इस हिंदू तीर्थ स्थल को शराब, अंडा, मांस आदि की बिक्री से प्रतिबंधित क्षेत्र का दर्जा प्राप्त है। सनातन रक्षक अखाड़े, मठ आश्रम यहीं होने के कारण हरिद्वार को संवेदनशील तीर्थ स्थल माना जाता रहा है। आस्था और विश्वास की प्रतीक इस पावन नगरी की गंगा में ही अस्थियां प्रवाहित किए जाने से लेकर सनातन धर्म को मानने वालो का जन्म से लेकर मृत्यु तक की धार्मिक सांस्कृतिक रीति रिवाज यहां के तीर्थ पुरोहित संपन्न करवाते हैं।
हरिद्वार में जहां गैर हिंदू लोगों के रात में रुकने अथवा संपत्ति खरीदने पर पाबंदी है। वहीं समय के बदलाव के साथ-साथ मुस्लिम आबादी ने इस सनातन तीर्थ को चारों तरफ से घेर लिया है। मस्जिद, मदरसे, मजारें इस तीर्थ स्थल के भीतर प्रवेश लेने लगी हैं। हरिद्वार के ज्वालापुर, आर्य चौक तक बकरे, मुर्गे, मांस की दुकानें, नॉन वेज के फूड काउंटर लग रहे हैं। इन दुकानों को मुस्लिम ही चला रहे हैं। इस पर हिंदू संगठनों ने कई बार एतराज जताया है। हिंदू संगठन जब शोर मचाते हैं तो एक-दो दिन पुलिस की सख्ती होती है फिर उसके बाद हालात वही हो जाते हैं।
ऐसी भी खबर पुख्ता है कि हरिद्वार के सीमा क्षेत्र से जोमैटो, स्विगी आदि फूड स्प्लायर नॉनवेज सामग्री की होम डिलीवरी भी दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि हरिद्वार प्रशासन इस मामले में गभीर रुख नहीं अपना रहा है, जिस कारण स्थानीय हिंदू संगठनों में गुस्सा बढ़ रहा है।
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