वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एक फिर विवादों के घेरे में है। परिसर में छात्रा के साथ हुए छेड़खानी के मामले को वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्र संगठन इस घटना को दूसरा रूप देने का प्रयास कर रहे हैं। एबीवीपी के छात्र नेताओं का कहना है कि पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में वामपंथी स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन के असमाजिक तत्व “हिंदुत्व तेरी कब्र खुदेगी” जैसे नारे लगा रहे हैं, जोकि अत्यंत शर्मनाक है। वामपंथी छात्र संगठन पीड़िता को न्याय दिलाने की बजाय आंदोलनरत विद्यार्थियों को गाली देने और आंदोलन को न्याय की दिशा से भटकाने में पूरी तरह से जुटे हुए हैं।
परिसर में छात्रा को निर्वस्त्र करने की शर्मनाक घटना के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय कैंपस बंटवारे को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसी प्रकरण को लेकर दो छात्र संगठनों में जमकर झड़प हो गई। एबीवीपी और आईसा से जुड़े छात्र एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए। एबीवीपी से जुड़े छात्र नेता अभय प्रताप सिंह ने बताया कि आईआईटी बीएचयू प्रकरण में छात्रा को न्याय दिलाने तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के परिसर विभाजन नीति के विरुद्ध अन्य छात्रों के साथ आंदोलनरत हैं। देर रात से आईसा तथा बीसीएन के कुछ लोग ने इस आंदोलन को दबाने का प्रयास किया तथा “हिंदुत्व मुर्दाबाद” के नारे लगाए ।
एबीवीपी के छात्र नेताओं ने आरोप लगाया है कि आईसा और भगत सिंह छात्र मोर्चा के बाहरी दबंगों ने परिसर में हिंदुत्व विरोधी नारे लगाए। छात्रों के साथ मारपीट कर अराजकता फैलाने का प्रयास किया। इसी का विरोध कर रही एबीवीपी की छात्राओं पर भी हमला किया है। कुछ छात्राओं को चोट भी आई है।
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