पाकिस्तान के बलूचिस्तान में उसके खिलाफ विद्रोह तेज हो गए हैं। पाकिस्तान के ही विद्रोहियों ने पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ सशस्त्र अभियान छेड़ दिया है। इसी क्रम में बलोच बलों ने पाकिस्तानी आर्मी पर करारा हमला करते हुए उसके 14 जवानों की हत्या कर दी है। बलोच विद्रोहियों का पाकिस्तानी आर्मी पर ये अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, बलोचों ने पाकिस्तानी आर्मी के काफिले पर हमला किया था। ये हमला बलोच बलों ने उस वक्त किया जब पाकिस्तानी सेना दो गाड़ियों से जा रही थी। उसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे बलोच बलों ने अप्रत्याशित हमला करके 14 पाक जवानों को ढेर कर दिया। पाकिस्तानी आर्मी के खिलाफ बलोचों का इस साल का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। बलोच बलों का यह हमला दो दिन पहले पाकिस्तानी सेना द्वारा बलोच बलों की हत्या का बदला माना जा रहा है।
हालांकि, बलोच लिबरेशन आर्मी ने पूरे साल ही पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया है। इससे एक दिन पहले ही पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान जिले में भी इसी तरह की एक वारदात हुई थी। उस दौरान लिबरेशन आर्मी ने पुलिस की टीम को निशाना बनाया था। उस दौरान उस हमले में 5 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि, करीब 20 लोग बुरी तरह से घायल हुए थे।
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पाकिस्तान के लिए अगस्त का महीना इस साल का सबसे बुरा महीना बीता। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्युरिटी स्टडीज की एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि इस साल अगस्त के महीने में पाकिस्तान पर सबसे अधिक 99 बार हमले किए गए। ये आंकड़ा 2014 के नवंबर के बाद सबसे अधिक है।
कंगाल हो चुका है पाकिस्तान
गौरतलब है कि भारत के खिलाफ साजिश रचने वाला पाकिस्तान अपने हालात नहीं संभाल पा रहा है। पूरा पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गया है। जानकारों का कहना है कि आईएएफ समेत कई देशों से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कर्ज लेने के बाद पाकिस्तानी हुकूमत इसे देश के विकास में खर्च करने की बजाय आतंकवाद को पालने-पोषने और भारत के खिलाफ साजिशें रचने में खर्च कर देता है। इसका असर यह हुआ कि पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज बढ़ता जा रहा है, जबकि वहां की जनता गरीबी में जीने के लिए मजबूर है। इसका असर यह हो रहा है कि वहां पर अब लोग अपने-अपने ग्रुप बनाकर सरकार को ही निशाना बनाने लगे हैं।
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