नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कोयंबटूर में आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रेरित कार बम विस्फोट मामले में 15वीं गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान कोयंबटूर निवासी ताहनसीर के रूप में हुई है, जिसने अन्य आरोपितों जेम्सा मुबीन और मोहम्मद तौफीक के साथ मिलकर 23 दिसंबर, 2022 को कोयंबटूर स्थित ईश्वरन कोविल स्ट्रीट, उक्कदम में प्राचीन अरुलमिगु कोट्टई संगमेश्वर थिरुकोविल मंदिर के सामने आतंकी हमले की साजिश रची थी।
इस हमले के दौरान आरोपी आत्मघाती हमलावर जेम्सा मुबीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) ऑपरेट कर रहा था, उस दौरान विस्फोट के कारण मारा गया था। उसके साथ ताहनसीर और मोहम्मद तौफीक दोनों करीब से जुड़े हुए थे।
यह मामला शुरू में कोयंबटूर शहर के उक्कदम पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज किया गया था और बाद में एनआईए को सौंप दिया गया। एनआईए ने 27 अक्टूबर, 2022 को आधिकारिक तौर पर इसे पंजीकृत किया। एनआईए ने पहले इस मामले में 20 अप्रैल और 2 जून, 2023 को 11 संदिग्धों के खिलाफ चेन्नई के पूनमल्ली में एनआईए कोर्ट के समक्ष दो अलग-अलग आरोपपत्र दायर किए थे।
एनआईए को जांच से पता चला कि तहनसीर और तौफीक ने हमले से ठीक एक सप्ताह पहले जामेशा मुबीन के आवास का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रची थी। ताहनसीर के डिजिटल डिवाइस की जांच से यह भी पता चला कि उसके पास आईएसआईएस से प्रेरित साहित्य था। उसने जानबूझकर आतंकी घटना के बाद प्रवर्तन एजेंसियों का ध्यान भटकाने के लिए विशिष्ट मोबाइल-आधारित एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर और ऐप्स का उपयोग कर आपत्तिजनक सामग्री को हटाकर अपने ट्रैक को कवर करने का प्रयास किया था।
जांच से पता चला कि जेम्सा मुबीन कट्टरपंथी आईएसआईएस विचारधारा से गहराई से प्रेरित था। आतंकी हमले को अंजाम देने से पहले उस समय आईएसआईएस के स्व-घोषित खलीफा अबू-अल-हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी।
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