नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के निलंबित सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मिलकर बिना शर्त माफी मांगने की सलाह दी। इसके बाद उनके निलंबन को खत्म करने का रास्ता निकल सकता है। वहीं, राघव चड्ढा ने निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा के सभापति से मिलने का समय मांगा है।
शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की इस सलाह पर राघव चड्ढा की ओर से पेश वकील शादान फरासत ने भी सहमति जताई। उसके बाद कोर्ट ने राघव चड्ढा को राज्यसभा के सभापति से मिल कर माफी मांगने को कहा और राज्यसभा के सभापति को सहानुभूति पूर्वक विचार करने को कहा।
राघव चड्ढा ने राज्यसभा से अपने निलंबन को चुनौती दी थी। अगस्त में उन्हें निलंबित किया गया था। 5 सांसदों की सहमति के बिना उनका नाम सेलेक्ट कमेटी के लिए प्रस्तावित करने के आरोप में उन्हें निलंबित किया गया था। मामला अभी संसद की विशेषाधिकार कमेटी के पास है।
राघव चड्ढा ने सभापति से मांगा समय
वहीं, राघव चड्ढा ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये जानकारी दी कि निलंबन जल्द खत्म हो इसलिए उन्होंने सभापति से जल्दी मुलाकात का समय मांगा है। उन्होंने लिखा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप उन्होंने शीर्ष अदालत को वचन दिया है। इस पर अमल करते हुए निलंबन के संबंध में जल्दी मुलाकात का माननीय सभापति से समय मांगा है।
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