उद्योगों से केवल 10 प्रतिशत रोजगार सृजन होता है, जबकि 50 प्रतिशत रोजगार सृजन स्वावलंबन के आधार पर लोग स्वयं करते हैं। भाली गांव ने ऐसे रोजगार सृजन का उदाहरण प्रस्तुत किया है, यह प्रशंसनीय है।
गत अक्तूबर माह को भाली गांव, रोहतक (हरियाणा) में आठवां ग्राम उत्सव आयोजित हुआ। इसमें लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस गांव में स्वावलंबन, संस्कार और महिला उत्थान के अनेक प्रकल्प चल रहे हैं। उत्सव के मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री भैयाजी जोशी।
कृषि हमारे जीवन का आधार है। इसलिए भारत की कृषि नीति दिन-प्रतिदिन उत्तम होती जा रही है, लेकिन भूमि की उपजाऊ क्षमता कम हो रही है, यह चिंता का विषय है। कीटनाशकों से होने वाले नुकसान से धरती को बचाने के लिए भारत में जैविक खाद की अत्यंत आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि विकास के लिए स्थानीय लोगों को प्रयास करने चाहिए। सरकार स्वयं आपके साथ आएगी। देश के लिए बड़े उद्योगों का विशेष महत्व है, लेकिन इसके कारण छोटे उद्योगों की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। बड़े उद्योगों से केवल 10 प्रतिशत रोजगार सृजन होता है, जबकि 50 प्रतिशत रोजगार सृजन स्वावलंबन के आधार पर लोग स्वयं करते हैं। भाली गांव ने ऐसे रोजगार सृजन का उदाहरण प्रस्तुत किया है, यह प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि कृषि हमारे जीवन का आधार है। इसलिए भारत की कृषि नीति दिन-प्रतिदिन उत्तम होती जा रही है, लेकिन भूमि की उपजाऊ क्षमता कम हो रही है, यह चिंता का विषय है। कीटनाशकों से होने वाले नुकसान से धरती को बचाने के लिए भारत में जैविक खाद की अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत को अमेरिका या जापान बनाने की आवश्यकता नहीं, भारत को भारत बनाए रखने की आवश्यकता है।
भारत से ही पूरे विश्व के कल्याण का मार्ग निकलता है। इस अवसर पर महंत ईश्वर दास जी महाराज, मेहरदास आदि भी उपस्थित रहे।
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