इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार फिर भारत के खिलाफ विवादित बयान दिया है। OIC के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा के हवाले से बयान में कहा गया कि 27 अक्टूबर 2023 को जम्मू-कश्मीर पर भारत के कब्जे के 76 साल पूरे हो गए हैं। कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए OIC अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत ठोस कदम उठाने के आह्वान को दोहरा रहा है।
57 इस्लामिक देशों के संगठन OIC ने यह भी कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के आत्म निर्णय के अधिकार को लेकर उनके साथ है। हिसेन ब्राहिम ताहा ने जम्मू-कश्मीर में खत्म अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की है। साथ ही भारत से आग्रह किया है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के मौलिक मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए।
बताते चलें कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब OIC ने भारत और जम्मू-कश्मीर को लेकर जहर उगला हो, यह पहले भी ऐसा करता रहा है। अक्टूबर 2022 में भी OIC ने भारत सरकार से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करने की मांग की थी। इससे पहले भी ओआईसी की ओर से कश्मीर मामले में ऐसे बयान आते रहे हैं। बताया जा रहा है कि OIC के बयान के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत पर दबाव बनाया जा सके। जबकि भारत अगाह कर चुका है कि OIC पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को आगे न बढ़ाए।
बता दें कि OIC यानि ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन है। इसका हेडक्वार्टर सऊदी अरब के जेद्दा शहर में है। इस संगठन में 57 मुस्लिम देश शामिल हैं। OIC का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सद्भाव बनाते हुए मुसलमानों की सुरक्षा करना है।
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