साबरमती संवाद में गुजरात के गृह तथा खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने स्पष्ट कहा कि जो भी कानून-व्यवस्था को चुनौती देगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने अतिक्रमण जैसे विषयों पर पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर और आर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर से खुलकर बात की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश-
आप गुजरात के उन भाग्यशाली युवाओं में से एक हैं, जिन्हें बहुत ही कम आयु में मंत्री बनने का सौभाग्य मिला है। कैसा महसूस करते हैं?
मेरा मानना है कि भारत में जन्म लेने वाला हर युवा बहुत ही भाग्यशाली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल में किसी को छोटी उम्र में मंत्री बनने का सौभाग्य मिलता है, किसी को कम उम्र में उद्योगपति बनने का, तो कोई बहुत अच्छा किसान बन रहा है। कोई अच्छा डॉक्टर बन सकता है। कोई देश का अच्छा खिलाड़ी भी बन सकता है। यह अवसर हर समुदाय या पंथ के युवाओं को मिल रहा है। युवाओं को अवसर देने में बहुत पारदर्शिता आई है। यह माहौल पूरे भारत में बनता नजर आ रहा है। कोई भी युवा हो, उसे आगे बढ़ने का पर्याप्त अवसर मिल रहा है। खासकर भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ताओं को इसी प्रकार से मौका दिया जाता है। उन कार्यकर्ताओं में से मैं भी एक हूं।
वैश्विक समाज में भारत को देखने का नजरिया बदल रहा है। इस संबंध में क्या कहेंगे?
आजादी के समय हमारे देश के करोड़ों लोगों ने एक सपना देखा था कि एक दिन भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा। इसके लिए वर्षों से मेहनत हो रही है। पिछले लगभग 10 साल से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में भारत के सभी नागरिक ‘टीम इंडिया’ के तौर पर काम कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि आज पूरी दुनिया में भारत को देखने का नजरिया बदल गया है। दुनिया के लोग मानने लगे हैं कि आने वाले समय में भारत विश्व गुरु बनकर रहेगा। हां, देश-विदेश में कुछ लोग ऐसे जरूर हैं, जिन्हें यह नहीं दिख रहा है। ऐसे लोगों के लिए मेरी सलाह है कि वे अपना चश्मा बदल लें और दवा भी खाएं।
हमास और इस्राएल के बीच जंग चल रही है। भारत ने कहा है कि वह आतंकवाद का विरोध करता है इसलिए इस्राएल के साथ खड़ा है। इस पर आपकी क्या राय है?
मेरा मानना है कि इस्राएल को भारत का समर्थन मिलने के बाद इस पर किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि देश का हर नागरिक यह समझ रहा है कि किसको कहां रहना चाहिए। हमारे देश के सभी लोग होशियार हैं। इसके बारे में ज्यादा टीका-टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है।
कुछ समय पहले गुजरात सरकार ने बेट द्वारका, सोमनाथ जैसे तीर्थस्थलों पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था। अभियान पूरा हो गया या फिर आगे भी चलेगा?
भगवान श्रीकृष्ण के प्रति आस्था रखने वालों का केंद्र है द्वारका। प्रतिवर्ष करोड़ों लोग द्वारिकाधीश का दर्शन करने आते हैं। उनके लिए सरकार ने जगह-जगह पर भोजनशाला, धर्मशाला इत्यादि का निर्माण कराया है। इसके साथ ही बेट द्वारका और द्वारका में जहां भी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हुआ था, उसे हटाया गया है। इस अभियान के दौरान सरकारी जमीन पर बने कई ऐसे घर मिले, जहां मादक पदार्थ (ड्रग्स) जमा किए जाते थे। ये पदार्थ पाकिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान से भारत में लाए जाते थे। ऐसे घरों को हटा दिया गया है। यह देश-हित में लिया गया निर्णय है। इससे हमारा समुद्र तट भी सुरक्षित हुआ है। ऐसे ही सोमनाथ में भगवान सोमनाथ मंदिर के आसपास कुछ तत्वों ने व्यावसायिक प्रतिष्ठान और कुछ कच्चे मकान बनाकर जमीन पर अतिक्रमण किया था। उसे भी हटा दिया गया है। राज्य सरकार कहीं भी सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगी। आगे भी जहां भी ऐसी कोशिश होगी, उसे कुचल दिया जाएगा।
नवरात्र में पूरे गुजरात में गरबा की धूम रहती है। देर रात तक मां-बहनें गरबा खेलती हैं। इनकी सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं?
यह गुजरात है। यहां की बेटियों, बहनों और माताओं को यह आश्वासन देने की आवश्यकता नहीं है कि आप लोग निर्भय होकर गरबा खेलें। हां, यह आश्वासन 20 वर्ष पहले देने की जरूरत होती थी। उस समय राज्य के बड़े-बड़े शहर गुंडों के नाम से जाने जाते थे, लेकिन मोदी जी के मुख्यमंत्री बनते ही इन सभी शहरों की पहचान बदल गई है। आज गुजरात में नवरात्र का उत्सव पूरी रात चलता है। लोग निर्भय होकर उत्सव मनाते हैं। फिर भी दुर्भाग्यवश कहीं कुछ घटना-दुर्घटना हो जाए तो गृह राज्यमंत्री होने के नाते मैं अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हूं।
ये पदार्थ पाकिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान से भारत में लाए जाते थे। ऐसे घरों को हटा दिया गया है। यह देश-हित में लिया गया निर्णय है। इससे हमारा समुद्र तट भी सुरक्षित हुआ है। ऐसे ही सोमनाथ में भगवान सोमनाथ मंदिर के आसपास कुछ तत्वों ने व्यावसायिक प्रतिष्ठान और कुछ कच्चे मकान बनाकर जमीन पर अतिक्रमण किया था।
पिछले दिनों गुजरात सहित देश के अनेक राज्यों में हिंदू शोभायात्राओं पर हमले हुए हैं। आप इनके पीछे की मंशा क्या मानते हैं?
यह बहुत ही गंभीर विषय है। कुछ तत्व शोभायात्राओं पर हमले करके माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं। यह केवल शोभायात्राओं पर हमला नहीं है, बल्कि राज्य की शांति को बिगाड़ने का प्रयास है। राज्य के विकास को रोकने का प्रयास है। गुजरात में ऐसे तत्वों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाती है। किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा।
हाल के दिनों में गुजरात के कई हिस्सों में मादक पदार्थ पकड़े गए हैं। इस बारे में कुछ बताएं।
आज के समय में पश्चिमी देशों में मादक पदार्थ एक चलन बन गया है। दुर्भाग्य से यह चलन दुनिया के और देशों में भी बढ़ता जा रहा है। यह बात भी सही है कि और देशों के मुकाबले मादक पदार्थ के मामले में अपना देश भारत बहुत ठीक है। इसके पीछे गुजरात ‘मॉडल’ का काफी योगदान है। गुजरात पुलिस गुजरात में मादक पदार्थों और उसके तस्करों को तो पकड़ती ही है। इसके साथ ही दूसरे राज्यों में भी ऐसी कार्रवाई करती है। कुछ समय पहले गुजरात पुलिस ने कोलकाता में भी मादक पदार्थों को पकड़ा था। यही नहीं, हमारी पुलिस राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में भी मादक पदार्थों और उसके तस्करों को पकड़ती है। यह बहुत ही गंभीर मामला है। इसके लिए देश के सभी लोगों को एक साथ मिलकर लड़ना होगा।
यानी आपकी पुलिस दीदी के राज में ‘दादागीरी’ करती है?
देखिए, मादक पदार्थ एक ऐसा मामला है, जिससे देश को बचाने की जरूरत है। इसके लिए कहीं ‘दादागिरी’ भी करनी पड़ेगी तो गुजरात पुलिस करेगी।
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