फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास पर इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों ने कमर तोड़ कर रख दी है। हमास और इजरायल के बीच 13 दिनों से युद्ध चल रहा है और इन 13 दिनों के अंदर इजरायल ने हमास पर कई किलो से अधिक के 8000 से ज्यादा बम दागे हैं। इजरायली हमलों के आगे बेदम इस्लामिक आतंकी संगठन हमास ने अब प्रोपेगेंडा वीडियो का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
प्रोपेगेंडा वाले वीडियो बनाकर वो सोशल मीडिया के जरिए इजरायल दुनिया को ये दिखाने की कोशिशों में लग गया है कि उसके पास न तो हथियारों की कमी है और न ही प्रहारों की। लेकिन सच तो यही है कि इजरायल ने हमास को जड़ से ही समाप्त करने की कसम खा रखी है। इसके लिए वो लगातार काम भी कर रहा है। इजरायल ने हमास के कई टॉप कमांडरों को ढेर कर दिया। गाजा के अंदर हमास का ठिकाना बनने वाली सैकड़ों सुरंगे बर्बाद कर दी गई हैं।
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इजरायल ने केवल 24 घंटे के अंदर ही इजरायली वायुसेना ने ऐसी भीषण बमबारी की है कि उसने हमास के 100 से अधिक टेरर सेंटर, टनल को तबाह कर दिया है। इजरायली हमलों से डरे हमास ने इजरायली बंधकों को कैमरे के सामने मारने की धमकी दे डाली, जिसके बाद इजरायल ने आतंकियों को चेतावनी दी है कि बंधकों को कुछ भी हुआ तो हमास की लीडरशिप ही नहीं पूरे हमास को खत्म कर देंगे। उल्लेखनीय है कि गाजा की सीमा पर इजरायल ने 1000 टैंकों को तैनात कर रखा। जमीनी ऑपरेशन के लिए इजरायली सरकार का आदेश मिलते ही सेना गाजा के भीतर दाखिल हो जाएगी।
गौरतलब है कि केवल गाजा के भीतर हमास समेत तीन आतंकी संगठन हैं, जो कि इजरायल से लड़ रहे हैं। इसमें हमास के अलावा दो अन्य फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद व पॉपुलर रेजिस्टेंस कमेटी है। ये तीनों मिलकर भी इजरायल को रोक नहीं पा रहे हैं। इसके अलावा इजरायल के उत्तर में लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्ला ईरान पर लगातार हमले कर रहा है। लेकिन इजरायल से ये पार नहीं पा रहे हैं। ऐसे में ये अब प्रोपेगेंडा वीडियो का सहारा ले रहे हैं। युद्ध के 13वें दिन इजरायल ने बमबारी करके हमास के नेशनल सिक्योरिटी फोर्स के कमांडर जेहाद मेहसिन को खत्म कर दिया है।
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इस्लामिक देश भी नहीं कर रहे मदद
ईरान के नेतृत्व में खाड़ी औऱ अरब के इस्लामिक देश इजरायल पर हमले रोकने के लिए दबाव बनाने की कोशिशें तो कर रहे हैं, लेकिन कोई भी सीधे तौर पर उससे भिड़ने की कोशिशें नहीं कर रहा है। यहां तक कि कोई भी इस्लामिक देश गाजा के लोगों को शरण तक नहीं देना चाहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सभी को पता है कि हमास आतंकी संगठन है और अगर वे उसे अपने यहां पनाह देते हैं तो वो उन्हीं के लिए खतरा बन जाएगा।
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