फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन के हमले का इजरायल अब माकूल जबाव दे रहा है, उसने गाजा बॉर्डर पर कब्जा भी कर लिया है। वहीं इजरायल के अधिकतर पड़ोसी इस्लामिक देश उसके खिलाफ एकजुट हो गए हैं। इस बीच लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्ला ने इजरायल पर हमले की चेतावनी दी है। उसने इजरायल की मदद करने वाले अमेरिका के जंगी बेड़े को भी समंदर में डुबा देने की धमकी दी है।
दरअसल, मिडिल ईस्ट एशिया में अमेरिका के कई मिलिट्री बेस हैं और हिजबुल्ला ने धमकी दी है कि अगर इजरायल की मदद करने के लिए अमेरिका आगे आता है तो वो मिडिल ईस्ट में अमेरिका के सैन्य बेस पर हमले कर देगा। लेबनानी आतंकी संगठन ने चेताया है कि फिलिस्तीन को यूक्रेन समझने की गलती अमेरिका न करे। शिया आतंकी संगठन हिजबुल्ला ने अपने सहोदर भाई हमास का समर्थन किया है।
इसे भी पढ़ें: लव जिहाद: मुन्ना शर्मा बन शाहिद ने हिन्दू लड़की को फंसाया, आधार कार्ड भी फर्जी; 5 साल से कर रहा शारीरिक शोषण
गौरतलब है कि अमेरिका का विध्वंशक बॉम्बर बी-52 स्ट्रेटफोर्ड इजरायल पहुँच चुका है, जबकि उसने अपने फोर्थ क्लास एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस जेराल्ड को भी इजरायल की मदद के लिए रवाना किया है, जो कि भूमध्य सागर में रहकर सीरिया, लेबनान और ईरान जैसे देशों से इजरायल की रक्षा करेगा। इस कैरियर में करीब 90 फाइटर जेट हमेशा तैनात रहते हैं, इसमें एफ-16 से लेकर अमेरिका का सबसे विध्वंसक एफ-35 भी रहता है। हिजबुल्ला ने इस कैरियर को ही समंदर में डुबा देने की धमकी दी है।
इसे भी पढ़ें: साबरमती संवाद : हिंदुओं को बांटने का चलाया जा रहा एक नैरेटिव – कपिल मिश्रा
हालाँकि, अब खबर ये है कि हिजबुल्ला की धमकी को सिरे से नकारते हुए अमेरिका एक और एयरक्राफ्ट कैरियर इजरायल की मदद के लिए भेज रहा है।
क्या है हिजबुल्ला की ताकत
इजरायल के साथ ही अमेरिका तक को धमकी देने वाले हिजबुल्ला के पास क्या सच में इतनी ताकत है कि वो इजरायल या अमेरिका को धमकी दे सके। इस सवाल का जबाव ये है कि लेबनान में 1975-1990 तक चले गृहयुद्ध के दौरान हिजबुल्ला सबसे पहले अस्तित्व में आया। ईरान ने इसे खड़ा किया। ताकि मिडिल ईस्ट में वो इस्लामी क्रांति को बढ़ावा दे और इजरायल ईरान के सामने दब जाए। ईरान ने हिजबुल्ला को ऐसी मिसाइलें दी हैं, जिनमें ये ताकत है कि वो अमेरिकी कैरियर को डुबो सकती हैं। फिर भी ये उसके लिए इतना आसान भी नहीं हैं।
इजरायल की क्या है तैयारी
इजरायल भी हिजबुल्ला के नापाक इरादों से वाकिफ है। इसीलिए इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले ही तीन लाख सैनिकों को युद्ध के मैदान में उतार दिया है। उन्होंने जहाँ एक लाख सैनिकों को गाजा सीमा पर तैनात कर दिया है तो वहीं हिजबुल्ला जैसे किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए 2 लाख सैन्यबल को देश की उत्तरी सीमा पर लगा दिया है।
गौरतलब है कि हमास के साथ इस जंग में अब तक इजरायल के 900 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि गाजा में 765 फिलिस्तीनी मरे हैं। 2300 से अधिक लोग घायल हैं। वहीं इजरायल ने पुष्टि की है कि उसकी सीमा के अंदर घुसे 1500 हमास के आतंकियों को मार दिया गया है।
टिप्पणियाँ