नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश की सेनाओं ने मंगलवार को मेघालय के उमरोई में वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास सम्प्रीति का 11वां संस्करण शुरू किया। इस अभ्यास की शुरुआत 2009 में असम के जोरहाट से हुई थी। इसके बाद दोनों देश बारी-बारी से 2022 तक दस सफल अभ्यास कर चुके हैं, जो भारत और बांग्लादेश की सेनाओं के बीच मजबूत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहल का प्रतीक है।
सैन्य प्रवक्ता के अनुसार, 14 दिनों के इस अभ्यास ‘सम्प्रीति’ में दोनों सेनाओं के लगभग 350 जवान शामिल हो रहे हैं। यह अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच मिलकर काम करने की क्षमता बढ़ाने, सामरिक अभ्यास साझा करने और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करता है। बांग्लादेश की टुकड़ी में 170 जवान हैं, जिनका नेतृत्व 52 बांग्लादेश इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद मफिज़ुल इस्लाम राशेद कर रहे हैं। बांग्लादेश सेना की ओर से प्रमुख इकाई 27 बांग्लादेश इन्फेंट्री रेजिमेंट है।
भारतीय दल में मुख्य रूप से राजपूत रेजिमेंट की एक बटालियन के सैनिक शामिल हैं। माउंटेन ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर एसके आनंद भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे हैं। इस अभ्यास में दोनों पक्षों की विभिन्न इकाइयों जैसे तोपखाने, इंजीनियरों और अन्य सहायक हथियारों और सेवाओं के कर्मी भी भाग लेंगे। यह अभ्यास एक कमांड पोस्ट एक्सरसाइज (सीपीएक्स) और एक फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज (एफटीएक्स) के साथ खत्म होगा। सीपीएक्स में प्रत्येक दल से 20 अधिकारी भाग लेंगे और गहन विचार-विमर्श के बाद निर्णय लेने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
इसके बाद एफटीएक्स होगा, जिसमें जमीनी स्तर के संचालन को मान्य किया जाएगा। एफटीएक्स में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए संयुक्त सामरिक अभ्यासों की एक श्रृंखला शामिल होगी जैसे बंधकों को छुड़ाना, भीड़ नियंत्रण उपाय और आतंकवाद विरोधी अभियानों में हेलीकॉप्टरों का उपयोग। सत्यापन अभ्यास 14 और 15 अक्टूबर को दारांग फील्ड फायरिंग रेंज, असम में होगा। अभ्यास के दौरान प्रतिभागियों को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ताकत भी देखने को मिलेगी।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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