अभी सनातन धर्म के विरुद्ध सेकुलर नेताओं के बयान थमे भी नहीं हैं कि चतरा में कुछ असामाजिक तत्वों ने बजरंगबली की प्रतिमा का अपमान कर दिया। 23 सितंबर की मध्य रात्रि में कुछ असामाजिक तत्वों ने हनुमान जी की मूर्ति को जूतों की माला पहना दी। इसके साथ ही कुछ शरारती तत्वों ने वहां आयोजित मेले पर भी पत्थरबाजी की गई। घटना के बाद हिन्दू समाज आक्रोशित है और प्रसाशन से कहा है कि एक सप्ताह के भीतर अपराधियों को पकड़ा जाए, नहीं तो प्रचंड आंदोलन किया जाएगा।
शरारती तत्वों ने यह दुस्साहस टंडवा में आयोजित 10 दिवसीय गणेश महोत्सव के दौरान किया है। गणेश महोत्सव में एक तरफ हजारों लोगों की भीड़ थी, तो उसी समय एक चबूतरे पर रखी बजरंगबली की प्रतिमा के साथ ऐसी हरकत की गई। इसकी जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए।
आपको बता दें कि दो माह पूर्व जुलाई के महीने में इसी थाना क्षेत्र के खरिका गांव स्थित निर्माणाधीन शिव मंदिर में उपद्रवियों ने मांस का टुकड़ा व हस्तलिखित धमकी भरा पर्चा छोड़कर सामाजिक सौहार्दपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया था।
हिंदू कार्यकर्ताओं ने कहा है कि जब से झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनी है तभी से पूरे प्रदेश में कहीं ना कहीं हिंदू आस्थाओं और और उनके प्रतीकों का अपमान किया जा रहा है।इससे पहले भी झारखंड में ऐसी हरकतें हुई हैं। इसी वर्ष मार्च के महीने में बोकारो जिले में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक मंदिर में तोड़फोड़ की थी। इसके बाद रामनवमी के दौरान साहिबगंज में भी हनुमान मंदिर के अंदर मूर्तियों की तोड़फोड़ हुई थी। पिछले वर्ष जुलाई के महीने में भी खूंटी के एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी और लोहरदगा, दुमका सहित कई जगहों पर मंदिरों के आसपास गोमांस के टुकड़े मिले थे। प्रदेश की राजधानी रांची में रमीज अहमद नाम के युवक ने 27 सितंबर को हनुमान जी की प्रतिमा को खंडित किया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था। इस दौरान पुलिस ने यह भी दावा किया था कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है।
इन घटनाओं पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। 25 सितंबर को सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास की उपस्थिति में सूर्यमंदिर विकास समिति व गणेश पूजा समिति के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीणों की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता सूर्य मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष मिथलेश कुमार गुप्ता ने की। बैठक में अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 26 सितंबर को सांकेतिक तौर पर टंडवा में एक दिन व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद का निर्णय लिया गया। सिमरिया विधायक ने प्रशासन से अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा है कि हिंदुओं की आस्था पर बार-बार हो रही चोट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अब देखना यह है कि झारखंड की सोरेन सरकार हिंदुओं की आस्था पर चोट करने वाली इन घटनाओं को रोकने के लिए कब और क्या कदम उठाती है!
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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