एक तरफ पंजाब सरकार तरह-तरह के विज्ञापन जारी कर अपनी पीठ थपथपा रही है, परंतु यहां कानून व्यवस्था का जनाजा निकलता जा रहा है, इसका ताजा उदाहरण है कि विदेश में बैठे गैंगस्टर लंडा के गुर्गों ने एक दुकानदार पर दो गोलियां दाग दीं और फरार हो गए। लंडा के नाम पर दुकानदार से 15 लाख की रंगदारी मांगी गई थी जो उन्होंने नहीं दी।
हमले में दुकानदार बाल-बाल बच गया। इस संबंध में सोमवार पुलिस ने जीरा, हरिके, मक्खू, मल्लांवाला समेत 48 जगहों पर दबिश देकर लंडा के गुर्गों को पकड़ने का अभियान चलाया, लेकिन कोई भी हाथ नहीं लगा। पीड़ित दुकानदार राजकुमार ने बताया कि 18 सितंबर को उसके मोबाइल पर विदेशी नंबर से काल आई। उसने कहा कि मैं लंडा हरिके बोल रहा हूं। मेरे आदमियों को 15 लाख रुपए दे देना, नहीं तो अंजाम ठीक नहीं होगा। उसके बाद राजकुमार के बेटे वेदप्रकाश के मोबाइल पर लंडा हरिके का फोन आया। उसने कहा कि अपने पिता को बता दे मैं कौन हूं। राजकुमार ने इस संबंधी पुलिस को शिकायत दी। जब उन्होंने 15 लाख रुपए नहीं दिए तो बाइक सवार लंडा हरिके के नकाबपोश दो गुर्गों ने दुकान पर बैठे वेदप्रकाश पर 2 गोलियां दागी। जिसमें वेद बाल-बाल बच गया। दोनों बदमाश मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी जीरा गुरदीप सिंह पुलिस पार्टी समेत वारदात स्थल पर पहुंचे। सोमवार को पुलिस ने टीमें गठित कर लंडा हरिके के गुर्गों को पकड़ने के लिए जीरा, हरिके, मक्खू, मल्लांवाला समेत 48 जगहों पर छापेमारी की, लेकिन पुलिस के हाथ कोई गैंगस्टर नहीं लगा है। उधर, डीएसपी जीरा गुरदीप सिंह ने कहा कि जल्द ही आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा। ज्ञात रहे कि फिरोजपुर जिले का उक्त इलाका आतंकवाद के दौरान सर्वाधिक बदनाम इलाका रहा था और आज भी इस इलाके में नशे की तस्करी, खालिस्तानी गतिविधियां, गैंगों की गुंडागर्दी का काम जोरों पर है।
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