डीएमके के मंत्री पोनमुडी के सनातन धर्म पर विवादित बयान पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म कोई नहीं मिटा पाया और ना ही कोई मिटा सकता है।
दरअसल, डीएमके मंत्री ने कहा था कि विपक्षी पार्टियों का इंडिया गठबंधन का गठन सनातन धर्म को खत्म करने के एकमात्र उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन गठबंधन में 26 पार्टियां सनातन धर्म के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं। जब सनातन धर्म को खत्म करने की बात आती है तो हम सभी एक बिंदु पर सहमत होते हैं।
बताते चलें कि इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म को लेकर कहा था कि ‘सनातन धर्म सामाजिक न्याय और अन्याय के खिलाफ है। जैसे हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे हटाना होगा। उसी प्रकार हमें सनातन को भी नष्ट करना है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक के आईटी-बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने भी उदयनिधि के बयान का समर्थन करते कहा था कि कोई भी धर्म जो असमानता को बढ़ावा देता है, वह बीमारी ही है। उन्होंने कहा, ”कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है, मेरे अनुसार वह धर्म नहीं है।”
डीएमके सांसद ए राजा ने भी कहा कि सनातन धर्म की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए। आज डीएमके नेता पोनमुडी ने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म के विरोध और उसे खत्म करने के लिए हुआ है।
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