जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रदेश जांच एजेंसी एसआईए ने बारामूला जिले के उरी से मोहम्मद शरीफ चेची को गिरफ्तार किया है। वह नियंत्रण रेखा पर आने वाले नशीले पदार्थों और हथियारों को कश्मीर घाटी के भीतरी इलाकों में पहुंचाने के अलावा देश-विदेश से विभिन्न मध्यमों से पैसे का बंदोबस्त कर उसे आतंकवादियों तक पहुंचाता था। चेची से पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि उसके तार पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर और खाड़ी देशों से जुड़े हुए हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने मोहम्मद शरीफ चेची की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि उसके बारे में सुराग पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह उर्फ बाबू सिंह के मामले की जांच के दौरान मिले। मार्च 2022 में जम्मू के गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र में मोहम्मद शरीफ शाह सात लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था। यह हवाला राशि थी, जो गुलाम जम्मू कश्मीर से जितेंद्र सिंह उर्फ बाबू सिंह के लिए भेजी गई थी।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि यह राशि एक राजनीतिक दल के गठन के लिए थी। जितेंद्र सिंह उर्फ बाबू सिंह पुलिस से बचने के लिए फरार हो गया था लेकिन छह अप्रैल 2022 को वह पकड़ा गया। उसके कुछ और साथी भी पकड़े गए। इस मामले में अदालत में एक आरोप पत्र भी दायर किया गया। मोहम्मद शरीफ शाह ने अपनी पूछताछ में बताया था कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर ही काम कर रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि जितेंद्र सिंह उर्फ बाबू सिंह के को लेकर एसआईए की जांच जारी है। एसआईए ने अपनी जांच में एक संगठित ड्रग सिंडिकेट का पता लगाया है, जिसमें मोहम्मद शरीफ चेची, मोहम्मद रफीक नजार और फारूक अहमद नाइकू प्रमुख हैं। नाइकू दुबई में है। यह नार्काे-टेरेरिज्म मॉड्यूल का भी हिस्सा हैं और नशीले पदार्थों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों व अलगाववादियों तक पहु़ंचाने के अलावा बैंक व अन्य तरीकों से भी जम्मू कश्मीर में आतंकियों और अलगाववादियों के लिए पैसे का बंदोबस्त करते हैं।
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