देहरादून। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने केदारनाथ, हेमकुंड और अन्य रोपवे परियोजनाओं के मटेरियल निर्माण के लिए उत्तराखंड सरकार से भूमि देने को कहा है, जिसके लिए सीएम धामी ने सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है।
उल्लेखनीय है की सड़क परिवहन मंत्रालय ही केदारनाथ और हेमकुंड में ऑल वेदर रोपवे का निर्माण कर रहा है। इसके अलावा उत्तराखंड में अन्य पर्यटन और तीर्थ स्थलों में रोपवे योजनाएं प्रस्तावित हैं। इनमें नीलकंठ महादेव पौड़ी, रानीबाग हनुमान गड़ी नैनीताल, जैसी 6 बड़ी योजनाएं हैं, जिनकी डीपीआर बनाई जा चुकी है।
वर्तमान में 1200 करोड़ के प्रोजेक्ट नेशनल हाईवे लोजेस्टिक मैनेजमेंट द्वारा उत्तराखंड में शुरू किए जा चुके हैं, जिनके वित्त मंत्रायल वन मंत्रालय से स्वीकृति मिल चुकी हैं। मंत्री नितिन गडकरी चाहते हैं कि एनएच के लिए एक स्थान सुनिश्चित कर दिया जाए, जहां रोपवे के निर्माण के लिए वेंडर्स को काम करने में आसानी हो। इस बारे में उत्तराखंड सरकार को उनके कार्यालय से जारी पत्र मिल गया है, जिसपर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव को इसके लिए स्थान चयन करने के लिए निर्देशित किया है।
उत्तराखंड में ही रोपवे मटेरियल के निर्माण होने से स्थानीय युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। जानकारी के मुताबिक जिस तरह से रेल कोच का निर्माण होता है उसी तरह रोपवे के कूपे भी बनाए जाते हैं। इसके सवाल टॉवर, रस्से और अन्य उत्पाद भी यहीं बनाए जाएंगे। रोपवे बन जाने से केदारनाथ, हेमकुंड के लिए तीर्थ यात्रियों को यात्रा सुविधाजनक हो जाएगी। एनएच ने इस रोपवे के लिए देश-विदेश के तकनीकि विशेषज्ञों की राय भी ली है।
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