देहरादून। उत्तराखंड में मानसून से इस बार अब तक 550 करोड़ का नुकसान केवल सड़कों का कर दिया है। पहाड़ी मार्गों में भूस्खलन की वजह से 360 डेंजर जोन बन गए हैं, जिनमें 155 अतिसंवेदनशील हैं जहां बड़ी कार्ययोजना की जरूरत है। पीडब्ल्यूडी से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल की भारी बारिश में 92 पुल टूट गए हैं, इनकी मरम्मत होनी है या फिर इन्हें नए सिरे से बनाया जाएगा।
545.38 करोड़ का नुकसान, सड़कों का हुआ है। इस बारे में अभी और संकलन बाकी है। लोकनिर्माण विभाग ने 3105 सड़कों की सूची तैयार की है, जो इस मानसून में खराब हुई हैम। 2022 में 1990 सड़कें खराब हुई थीं। इस बार पूरे राज्य में 4 मिलीमीटर बारिश अधिक हुई है। इस बार की बारिश ने अपना स्वरूप भी बदला है। पहले बारिश रुक-रुककर लंबे समय तक चलती थी। इस बार एक ही समय में ज्यादा तेज बारिश की वजह से भी नुकसान ज्यादा हुआ है।
पूरे राज्य में 360 ऐसे क्षेत्र चिन्हित हुए हैं, जहां बार-बार मलबा गिर रहा है। इनमें से 205 लैंडस्लाइड जोन हैं और 155 अतिसंवेदनशील हैं। पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि अभी ये जानकारी केवल राज्य सरकार की सड़को की है ऑल वेदर रोड और एनएच के नुकसान का आंकलन अलग से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता बंद सड़कों को खोलने की थी, अब इनके नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है।
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