कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के राज्यपाल डॉक्टर सी. वी. आनंद बोस पर पश्चिम बंगाल में विश्वविद्यालय की व्यवस्था को बाधित करने का आरोप लगाया है। शिक्षक दिवस के मौके पर धन-धान्य स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संबोधन करते हुए ममता ने विश्वविद्यालयों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर राज्यपाल ऐसे ही डिस्टर्ब करते रहे तो राज्य सरकार विश्वविद्यालय का फंड रोक देगी। ममता ने कहा कि जो भी विश्वविद्यालय राज्यपाल के आदेशों का पालन करेंगे राज्य सरकार उनके खिलाफ वित्तीय नाकाबंदी करेगी। उन्होंने राजभवन के सामने धरने पर बैठने की भी चेतावनी दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल खुद को मुख्यमंत्री से भी बड़ा समझ रहे हैं। आइए देखते हैं कौन किस पर भारी पड़ता है। ममता ने कहा कि भले ही राज्यपाल सभी विश्वविद्यालय के पदेन कुलाधिपति हैं, लेकिन राज्य सरकार धन आवंटित करती है। मैं धन रोक दूंगी। देखती हूं कौन उन्हें रुपये देता है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आधी रात में जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति की गई। केरल के एक आईपीएस अधिकारी को लाकर कुलपति बनाया गया। रविंद्र भारती में एक जज को कुलपति नियुक्त कर दिया गया। यह पूरी तरह से शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने की साजिश है। हमने विश्वविद्यालय से संबंधित कानून में संशोधन कर राज्यपाल के पास सहमति के लिए भेजा, लेकिन आज तक उसे सहमति नहीं दी गई। इसके बाद ममता ने कहा कि अब राज भवन के सामने धरना देना पड़ेगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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