मध्यप्रदेश में सरकार ने अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए बड़ा एलान किया है। राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में शुनिवार को आयोजित अतिथि शिक्षक महापंचायत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एलान किया है कि अतिथि शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया में 25 फीसदी की जगह अब 50 फीसदी आरक्षण मिलेगा। यह बदलाव शिक्षकों की अगली भर्ती से लागू होगा। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दोपहर डेढ़ बजे भोपाल में अतिथि शिक्षक महापंचायत का शुभारंभ किया। जिसमें करीब 10 हजार से अधिक शिक्षक शामिल हुए। इस आयोजन के लिए मध्य प्रदेश के हर जिले से 50 अतिथि शिक्षकों को बुलाया गया था।
दोगुना होगा मानदेय
अतिथि शिक्षक महापंचायत के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अतिथि शिक्षकों को भर्ती में 50 फीसदी आरक्षण मिलने के साथ हर साल 4 और अधिकतम 20 अंक बतौर बोनस दिए जाएंगे, ताकि अधिकतम उनका सेलेक्शन हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि अब अतिथि शिक्षकों को एक तय पीरियड के हिसाब से नहीं, बल्कि माह के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा। उनका मानदेय दोगुना होगा।
बता दें कि वर्तमान में मध्यप्रदेश में वर्ग-1 के अतिथि शिक्षकों को 9 हजार रुपए, वर्ग-2 के अतिथि शिक्षकों को 7 हजार और वर्ग-3 के अतिथि शिक्षकों को 5 हजार रुपए दिए जाते हैं, लेकिन सीएम की नई घोषणा के बाद उन्हें दोगुना मानदेय यानि वर्ग-1 के अतिथि शिक्षकों को 18 हजार रुपए मिलेंगे। वर्ग-2 के अतिथि शिक्षकों को 14 हजार और वर्ग-3 के अतिथि शिक्षकों को 10 हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा।
सालभर का होगा अनुबंध
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब अतिथि शिक्षकों से किया जाने वाला अनुबंध सालभर के लिए होगा। पिछली सरकार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए थे। शिक्षा व्यवस्था अधकचरी हो गई थी। अतिथि शिक्षकों की जिंदगी अनिश्चितता के भंवर में उलझकर रह गई थी। अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा की गाड़ी को आगे बढ़ाने का काम किया है। बच्चों को आप शिक्षित करते रहें। सीएम ने कहा कि इतना पढ़ने-लिखने के बाद अतिथि शिक्षकों की जिंदगी भंवर में फंस गई थी। जब नियमित शिक्षक नहीं थे तब बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाने का काम अतिथि शिक्षकों को सौंपा गया था।
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