चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस नूंह में हुई हिंसा की घटना के मामले में कांग्रेस विधायक मामन खान से पूछताछ करेगी। सोमवार को विधानसभा में गृहमंत्री अनिल विज ने दावा किया कि अब तक की जांच में कई ऐसे सुराग मिले हैं, जिससे साफ होता है कि कांग्रेस की साजिश के कारण ही नूंह में हिंसा हुई है। विज के इस बयान पर सदन में कांग्रेसी भड़क गए और सरकार से इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करने अन्यथा सदन में माफी मांगने की मांग उठाई।
विधानसभा में सोमवार को शून्यकाल की कार्यवाही का समय नूंह हिंसा पर हंगामे की भेंट चढ़ गया। नूंह हिंसा को लेकर जब कांग्रेस चर्चा के लिए दबाव बना रही थी तो सरकार की तरफ से गृहमंत्री अनिल विज खड़े हुए। विज ने नूंह की घटना को बहुत ही गलत घटना करार देते हुए कहा कि सरकार प्रजातांत्रिक एवं धर्म-निरपेक्ष सरकार है और हर धर्म के लोगों को अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार धार्मिक गतिविधियों को करने की इजाजत है।
विज आज यहां हरियाणा विधानसभा में सत्र के दौरान सदन को संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने कहा कि नूंह की घटना में अब तक जो तफतीश हुई है, उसके तहत 500 लोगों को गिरफतार किया गया है जिनकी भूमिका नजर आ रही है, वो सब कांग्रेस का ही किया और दिया हुआ लगता है।
गृहमंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि नूंह की घटना कांग्रेस का किया और दिया हुआ है, लेकिन यह (कांग्रेस) सच्चाई सुनना नहीं चाहते है। उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि इस संबंध में जांच के मामले में कांग्रेस के विधायक मामन खान को नोटिस जारी किया गया है और यह कांग्रेस का ही करा-धरा है।
दूसरी तरफ भाजपा की तरफ से विधायक सत्यप्रकाश जरावता, असीम गोयल व अन्यों ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया। विज के इस बयान पर हुड्डा भड़क गए और उन्होंने कहा कि अगर सरकार के पास कोई सबूत है तो सदन में पेश किया जाए। इस मुद्दे पर विवाद बढ़ा तो नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस विधायक इस बात पर अड़ गए कि विज द्वारा कांग्रेस के प्रति बरती गई शब्दावली को कार्यवाही से बाहर किया जाए। काफी हंगामे के बीच स्पीकर ने विपक्ष को भरोसा दिया कि सदन की कार्यवाही के दौरान असंसदीय शब्दों का प्रयोग करने वालों को बाहर किया जाएगा। इसके बाद कांग्रेसी शांत हुए।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ