—गोलख चन्द्र दास, ओडिशा से
आज 26 अगस्त को भुवनेश्वर के मंचेश्वर स्थित सेवा परिसर में राष्ट्रीय सेवा भारती, नई दिल्ली द्वारा आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया। उत्कल बिपन्न सहायता समिति के अध्यक्ष अक्षय बिट्ट की अध्यक्षता में इस शिविर का उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम में इंडियन रेडक्रास सोसयटी के उपाध्यक्ष डॉ. अनंत पंडारे, एनडीआरएफ की तीसरी बटालियन के डिप्टी कमांडेंट धनंजय कुमार, राष्ट्रीय सेवा भारती के संगठन मंत्री सुधीर कुमार और संयुक्त महामंत्री विजय पौराणिक आदि उपस्थित रहे।
दो दिन तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में प्राकृतिक आपदा और आकस्मिक दुर्घटना में कैसे जान—माल की रक्षा की जा सकेगी तथा तत्काल उपयुक्त सेवा प्रदान की जा सकेगी, इस पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेष बात यह है कि एनडीआरएफ, रेडक्रास तथा राज्य सरकार के अग्निशमन विभाग के विशेषज्ञ प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। प्रशिक्षण शिविर में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, असम और छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवक शामिल हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय सेवा भारती के संगठन सचिव सुधीर कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपदा के समय कार्य के लिए स्वयंसेवकों के कौशल का विकास किया जाना आवश्यक है। आधुनिक तकनीक की सहायता से कैसे धन और जीवन की रक्षा की जा सकेगी, इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। एनडीआरएफ की तीसरी बटालियन के डिप्टी कमांडेंट धनंजय कुमार ने आपदा से पूर्व व आपदा के बाद कैसे प्रभावित लोगों को सचेत करने तथा विकसित आधुनिक विज्ञान का प्रयोग कर लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा सकेगा, इसकी जानकारी दी। राष्ट्रीय सेवा भारती के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख जगदीश प्रसाद खाडंगा ने आपदा के समय स्वयंसेवकों व राष्ट्रीय सेवा भारती की क्या महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए, इसके बारे में बताया।
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