नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भरोसेमंद आर्थिक वृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए महंगाई को काबू में करना सरकार की प्राथमिकता है। इन स्थितियों को ध्यान में रखते हुए मेरी प्राथमिकता मुद्रास्फीति को काबू में रखने की है।
सीतारमण ने नई दिल्ली में जी-20 के आर्थिक मंच बी-20 भारत 2023 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लंबी अवधि तक बढ़ी हुई ब्याज दरें आर्थिक सुधार के रास्ते में आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि भारत आर्थिक सुधारों की रफ्तार तेज करने में सफल रहा है। इसलिए अप्रैल-जून तिमाही की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े अच्छे रहने चाहिए।
वित्त मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक पूंजीगत व्यय बढ़ाने का बजट में ऐलान किए जाने के बाद निजी क्षेत्र के पूंजीगत व्यय के सकारात्मक संकेत भी नजर आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ साल में सतत वैश्विक आर्थिक सुधार बात करने का मुद्दा होगा। भले ही सभी अर्थव्यवस्थाएं कोरोना महामारी से बाहर आने और उसके बाद सुधार आदि की कोशिश कर रही हैं, लेकिन विकास को बनाए रखना मुख्य प्रश्न बनता जा रहा है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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