इस योजना तहत आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को सस्ती दर पर जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती हैं।
असंगठित क्षेत्र से जुड़े 42 करोड़ से अधिक लोगों के पास अब श्रम योगी मान धन योजना के तहत पेंशन कवरेज मिली है। 2019 में व्यापारियों के लिए समान पेंशन योजना की घोषणा की गई थी। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों जैसे घर में काम करने वाले, स्ट्रीट वेंडर्स, मिडडे मील वर्कर्स, हेड लोडर्स. ईंट के भट्ठे में काम करने वाले मजदूर, जूते-चप्पल बनाने वाले, कूड़ा चुनने वाले, घरेलू वर्कर्स, धोबी, रिक्शा चलाने वाले। बगैर जमीन वाले मजदूर, कृषि मजदूर, बीड़ी वर्कर्स, हैंडलूम वर्कर्स, लेदर वर्कर्स के अलावा अन्य मजदूरों आते हैं।
सबको आवास
2014 से 2019 के बीच 1.25 करोड़ से ज्यादा घर बनाए गए है। ‘हाउसिंग फॉर आल’ के सपने को पूरा करने के लिए घर निर्माण की गति में तेजी आई है। सरकार द्वारा योजना के तहत मैदानी इलाकों में घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपये और पहाड़ी इलाकों के लाभार्थियों को 1.30 रुपये दिए जाते हैं।
सस्ती दवाई
देश में 9000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। इस योजना तहत आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को सस्ती दर पर जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जन औषधि केंद्रों से 1236 करोड़ रुपये की दवाओं की बिक्री हुई थी। इस योजना के चलते नागरिकों की रुपये 7416 करोड़ की बचत हुई थी।
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