उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों ने उज्बेकिस्तान की एक महिला को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसियों और पुलिस ने पूछताछ के बाद महिला को जेल भेज दिया है। महिला के पास से फर्जी आधार कार्ड भी मिला है। इंडो-नेपाल बॉर्डर पर पकड़ी गई महिला ने अपना नाम दिलबर राखिमोवा बताया और पता उज्बेकिस्तान का बताया है।
सोमवार को एसएसबी और आव्रजन विभाग की टीम संयुक्त रूप से सोनौली बॉर्डर पर आने-जाने वाले यात्रियों की जांच कर रही थी। इस दौरान एक महिला पैदल ही भारत जाने के लिए पहुंची। एसएसबी महिला जवान की पूछताछ में उक्त महिला की भाषा और बोलचाल में संदेह होने पर उसे रोक लिया गया। जांच के दौरान उसके पास से वीजा और पासपोर्ट मिला, लेकिन भारत से नेपाल जाने के दौरान आव्रजन विभाग की कार्रवाई पूरी नहीं की गई थी।
कड़ी पूछताछ में महिला ने बताया कि 6 अगस्त को दिल्ली पहुंची थी और हरियाणा निवासी एक भारतीय पुरुष मित्र के साथ रही। फिर उसके साथ जयपुर राजस्थान गयी। फिर 10 तारीख को वह दिल्ली आ गई और 11 को गोरखपुर पहुंची फिर टैक्सी से नेपाल चली गयी। दो दिन बाद भैरहवा से वापस दिल्ली जा रही थी।
कोतवाल अभिषेक सिंह ने बताया कि उसके पासपोर्ट व वीजा पर नाम दिलबर राखिमोवा, निवासी उज्बेकिस्तान लिखा था। जबकि आधार कार्ड पर नाम नुलिफर खान, निवासी साकेत फ्लैट नंबर तीन, मालवीय नगर नई दिल्ली लिखा हुआ है। फोटो की मिलान की गई तो आधार पर फोटो असली मिली। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। महिला पर भारत में फर्जी आधार कार्ड बनवाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।
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