देहरादून: केदारनाथ हाई-वे में गौरीकुंड के पास एक बार भूस्खलन हुआ और साठ मीटर सड़क बह गई, इसी मलबे को हटाने के दौरान एक कार भी दबी मिली, जिसमें सवार पांच लोगों की मौत हो चुकी थी, मृतकों में एक की शिनाख्त हो पाई है, जोकि गुजरात का रहने वाला है।
फाटा, सोनप्रयाग, गौरीकुंड का मार्ग गुप्त काशी से बंद है। सीओ विमल रावत के मुताबिक भारी वर्षा की वजह से जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश की वजह से अभी भी 155 स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हैं।
अगले चौबीस घंटों में नैनीताल, चमोली, टिहरी अल्मोड़ा देहरादून जिले में भारी बारिश का अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग और एसडीआरएफ ने लोगों को यात्रा नहीं करने की हिदायत जारी की है।
हल्द्वानी में खराब मौसम के बावजूद गौला नदी के पानी का रुख मोड़ने की कोशिश की जा रही है, पानी के बहाव से रेलवे लाइन को खतरा हो गया है।
पहाड़ी नगरों में भारी बारिश की वजह से गंगा, शारदा, यमुना खतरे के निशान पर बह रही है, बरसों के बाद कई बरसाती नालोंं में इस बार लबालब पानी का प्रवाह देखा गया है, जिसकी वजह से इनपर अतिक्रमण कर बने मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
इस बार की मानसूनी बारिश ने अभी तक 141 लोगों की मौत हो चुकी है। सीएम पुष्कर धामी ने शुक्रवार को कोटद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। आज उनका अन्य वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में जाने का कार्यक्रम है। बशर्ते मौसम खुला रहे।
सीएम ने सभी डीएम को मौके पर जाकर आपदा की स्थिति का आंकलन कर रिपोर्ट भेजने को कहा है। पहाड़ मैदान सब तरफ बारिश की तबाही के निशान दिखाई दे रहे हैं, कहीं सड़कें धंस गई हैं, तो कहीं सड़कें बह गईं हैं। कई क्षेत्रों में मकानों में दरारें दिख रहीं हैं, कई पैदल और पक्के पुल भी बह गए हैं।
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