नई दिल्ली: देश के 508 रेलवे स्टेशनों की अब सूरत बदलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानि रविवार को इनके पुनर्विकास की नींव रखेंगे। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत ये 508 रेलवे स्टेशन री-डेवलप किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि आगे की 40 सालों की प्लानिंग करके इन स्टेशनों को बनवाया जा रहा है। इस काम में सबसे बड़ा चैलेंज जो है, वो बाकी ट्रैफिक को बिना छेड़े नए काम को करने का है। जिसको लेकर पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है। ये संभावना जातई जा रही है कि दो से ढाई सालों में ये सभी 508 रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे।
24,470 करोड़ की लगात में स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
स्टेशन के पुनर्विकास परियोजना की कुल लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि रेलवे लोगों के लिए परिवहन का पसंदीदा साधन है, इसीलिए उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के महत्व को प्राथमिकता दी है। इसी भाव को लेकर 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत प्रधानमंत्री द्वारा 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी जा रही है। दिसंबर 2022 में शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए एक मास्टरप्लान तैयार करना और सुविधाओं की बढ़ोतरी को लेकर इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करना है।
‘स्टेशनों के पुनर्विकास काम 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य’
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग ने यह लक्ष्य रखा है कि इन स्टेशनों के पुनर्विकास काम 2025 तक पूरा करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस परियोजना के काम की निगरानी कर रहे हैं।
‘इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य’
वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य है। प्रधानमंत्री स्वयं निजी रूप से इन रेलवे स्टेशनों की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने इन स्टेशनों के डिजाइन में इनपुट दिए हैं और पीएम मोदी इन 508 स्टेशनों की नींव रखेंगे।
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