नई दिल्ली। राजस्थान के भीलवाड़ा में एक बच्ची के बलात्कार के बाद उसे कोयले की भट्टी में जला दिया गया। इस वीभत्स घटना का राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने संज्ञान लिया है। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इस संबंध में जानकारी दी है।
प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया के जरिये बताया कि आयोग की टीम जांच के लिए भीलवाड़ा जाएगी। किसी भी दोषी को बचने नहीं दिया जाएगा।
भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग को कोयला भट्टी में जला दिया गया। बच्ची के साथ पहले सामूहिक दुष्कर्म किया गया फिर आग में जलाकर उसकी हत्या कर दी गई। मामला कोटड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव का है। बुधवार सुबह 8 बजे नाबालिग घर से बकरियों को लेकर निकली थी। शाम को करीब 3 बजे बकरियां घर लौट आईं, लेकिन बच्ची वापस घर नहीं लौटी। जिसके बाद परिवारजन उसकी खोजबीन में जुट गए, उन्होंने गांव के सभी रिश्तेदारों के घर और खेत में उसे ढूंढा पर वह नहीं मिली।
बाद में रात करीब 8 बजे परिवार और ग्रामीणों ने दोबारा लड़की को ढ़ूढना शुरू किया। इस दौरान रात करीब 10 बजे गांव के बाहर कालबेलियों के डेरे में कोयला बनाने की एक भट्टी जल रही थी। जिसके बाद लोगों को शक हुआ कि बारिश के समय भट्टी नहीं जलाई जाती है। फिर भट्टी क्यों जल रही है। शक होने पर उन्होंने पास जाकर देखा, तो वहां नाबालिग के जूते मिले साथ ही आग में उसके हाथ में पहना हुआ चांदी का कड़ा भी मिला, वहीं हड्डियों के कुछ टुकड़े भी दिखाई दिए। जिसके बाद ग्रामीणों ने रात में ही कुछ लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया, पुलिस पांच लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज किया है।
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