World Ranger Day 2023: 31 जुलाई को प्रति वर्ष विश्व रेंजर दिवस मनाया जाता है। यह दिन प्रकृति को बचाने और इसके रखरखाव में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए रेंजर्स के सम्मान में मनाया जाता है। इस दिन उन सभी रेंजर्स के कार्यों की सराहना की जाती है, जो अपनी जान की परवाह किए बगैर लगाकर खतरों के बीच जंगलों को बचाने का काम करते हैं, साथ ही यह दिन ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले रेंजर्स को श्रद्धांजलि देने का भी एक माध्म है। अब आपको बताते हैं कि कब और कैसे हुई रेंजर्स डे मनाने की शुरुआत।-
क्या है वर्ल्ड रेंजर्स डे का इतिहास ?
यूके के पीक नेशनल पार्क में 31 जुलाई 1992 को इंटरनेशनल रेंजर्स फाउंडेशन (आईआरएफ) की स्थापना हुई। इस फाउंडेशन को कंट्रीसाइड मैनेजमेंट एसोसिएशन (सीएमए), स्कॉटिश कंट्रीसाइड रेंजर्स एसोसिएशन (एससीआरए) और यूएस एसोसिएशन ऑफ नेशनल पार्क रेंजर्स (एएनपीआर) के मध्य एक समझौते के बाद बनाया गया था। जिसके बाद वर्ष 2007 में इंटरनेशनल रेंजर्स फाउंडेशन की स्थापना की 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर पहला विश्व रेंजर दिवस मनाया गया था।
क्या है वर्ल्ड रेंजर्स डे का महत्व ?
विश्व रेंजर दिवस प्रकृति की रक्षा के लिए अपनी जान को जोखिम में डालने वाले रेंजर्स के समर्पण और त्याग का जश्न मनाता है। यह दिन पार्क या फारेस्ट के उन रेंजर्स को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है, जो जंगलों, पार्क और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए अपनी जान को दांव पर लगाते हैं, इसी के साथ इस दिन को ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले रेंजर्स के सम्मान में भी मनाया जाता है।
रेंजर्स कौन होते हैं ?
जिसे जंगलों और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण और सुरक्षा का जिम्मा सौंपा जाता है, वह व्यक्ति रेंजर होता है। जलवायु परिवर्तन और अवैध शिकार की चुनौतियों को देखते हुए फॉरेस्ट रेंजर हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए बेहद अहम होते हैं। रेंजर्स अपनी जिम्मेदारी को निभाने हुए, प्राकृतिक विरासत के संरक्षण में दिन-रात लगे रहते हैं, और उनका अधिकतर समय बाहर बीतता है।
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