गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा शनिवार को बंगाईगांव जिला मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि असम में बाल विवाह का रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से बंद करने का निर्देश रजिस्ट्रार को दिया गया है। साथ ही दूसरी शादी पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। वहीं, बाल विवाह से संबंधित मामलों की जांच की जा रही है। उन्होंने ये भी कहा कि रोहिंग्या असम के लिए खतरा नहीं है क्योंकि वे(रोहिंग्या) यहां नहीं रह रहे हैं, लेकिन वे असम को यात्रा के मार्ग के रूप में उपयोग कर रहे हैं और यह देश के लिए खतरा है। अगर कोई विदेशी नागरिक बिना पासपोर्ट और वीजा के आता है, तो यह हमारी संप्रभुता के लिए खतरा है। कोई भी व्यक्ति जिसने अवैध रूप से देश में प्रवेश किया है, चाहे वह रोहिंग्या हो या गैर-रोहिंग्या, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, घुसपैठ अवैध है और हम इसे बढ़ावा नहीं दे सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असम में अपराध का ग्राफ काफी नीचे आया है। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोबाइल चोरी, महिलाओं से चेन छीनने की घटनाएं आदि की शिकायतें जरूर आ रही हैं, लेकिन इसके पीछे का कारण यह है कि ड्रग्स पर अंकुश लगाया गया है। यही वजह है कि ड्रग्स की कीमतें बाजार में बढ़ गई है। ड्रग्स का सेवन करने वाले लोग इस तरह की छोटी-मोटी चोरियां किया करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे असम में होने वाली आपराधिक घटनाओं का आधा गुवाहाटी शहर में होता है, लेकिन इसके विपरीत असम में तैनात कुल पुलिस बलों की संख्या का सिर्फ 10 फ़ीसदी ही गुवाहाटी में तैनात है। पुलिस महानिदेशक इस पर अध्ययन कर रहे हैं। शीघ्र ही इस दिशा में कारगर कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी गुवाहाटी में पुलिस थानों की संख्या को बढ़ाकर 38 किया जा रहा है। वहीं, बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को भी गुवाहाटी में तैनात किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में गुवाहाटी में होने वाले अपराध में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पुलिस अधीक्षकों के साथ किए गए सम्मेलन के दौरान अपराध से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से चर्चा की गई। सरकार अपराध को नियंत्रित करने की दिशा में कई ठोस कदम उठा रही है।
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