सीबीआई ने मणिपुर वायरल वीडियो मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। मणिपुर में दो महिलाओं के साथ दरिंदगी के मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की बात सुप्रीम कोर्ट को बताई थी। इसी के साथ ही केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर कराने का अनुरोध भी किया था।
राज्य में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की घटना का वीडियो 4 मई को बनाया गया था, जिसे जुलाई माह की शुरुआत में वायरल किया गया था। इस घटना की पूरे देशभर में कड़ी आलोचना हुई। अधिकारियों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा गया है। मणिपुर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के संबंध में सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई शुरू कर दी है।
वहीं मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने चुराचांदपुर में राहत केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग उनसे सवाल कर रहे हैं, कि राज्य में शांति कब बहाल होगी। जिसपर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मैं लगातार कोशिश कर रही हूं, कि शांति बहाल करने के लिए दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से बात करें।
राज्यपाल के सामने महिलाओं के छलके आंसू
चुराचांदपुर में राहत शिविर में रह रहे लोगों से जब मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने मुलाकात की, तब इस दौरान एक महिला ने राज्यपाल को अपनी आपबीती सुनाई, और कई महिलाएं बात करते हुए भावुक हो गईं, और उनके आंसू छलकने लगे। जिसके बाद राज्यपाल ने उन्हें सांत्वना दी और हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार उन लोगों को मुआवजा देगी, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है और जिनकी संपत्ति का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं शांति और मणिपुर के लोगों के भविष्य के लिए हर संभव कोशिश करूंगी।
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