मध्य प्रदेश के इंदौर में आठ साल के बच्चे का कन्वर्जन कराने का मामला सामने आया है, जहां मासूम का खतना करा दिया गया और उसना नाम बदलकर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र भी बनवा दिया गया है। यह काम बच्चे की मां ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर किया। वह अपने पति को छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई थी। पीड़ित पिता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी इलियास कुरैशी के खिलाफ जबरन धर्म परिवर्तन और धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर मामलों में केस दर्ज किया है। पीड़ित पिता का कहना है कि बच्चा जैन है और उसे जिहादी मानसिकता की शिक्षा दी जा रही है।
बच्चे के कन्वर्जन का मामला खजराना थाना क्षेत्र का है। खजराना थाना टीआई दिनेश वर्मा ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है कि उसने फर्जी दस्तावेज कैसे और कहां बनवाए? रविवार को इलियास को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पीड़ित पिता ने बताया कि वह राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला है। अनाज का व्यापार करता है। 2014 में उसकी शादी एमपी के शाजापुर निवासी युवती से हुई थी। 2015 में उनके यहां बेटा हुआ। 25 फरवरी 2018 को वह पत्नी और बेटे के साथ शाजापुर आया था। यहां एक कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौट रहा था, तभी पत्नी और बेटा ट्रेन से लापता हो गए थे। दोनों की गुमशुदगी रतलाम थाने में दर्ज कराई थी। बाद में पता चला कि उसकी पत्नी इंदौर के इलियास कुरैशी के साथ गई है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से महिला से संपर्क किया और उसे अपने पास बुला लिया। इस दौरान पत्नी अपने साथ जबरदस्ती बच्चे को भी ले गई।
काफी ढूढने के बाद पता चला कि पत्नी इंदौर में इलियास के साथ रह रही है। यहां उसने मेरे बेटे का खतना करा दिया है। इलियास ने खुद को बच्चे का पिता बताकर नाम और जन्म प्रमाण पत्र भी बदलवा दिए हैं। बच्चे का मजहबी स्कूल में दाखिला करा दिया है। इसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
‘कन्वर्जन कराने वाला रैकेट भी है शामिल’
पीड़ित का कहना है कि आरोपी इलियास के साथ कन्वर्जन कराने वाला एक पूरा रैकेट काम कर रहा है। इलियास के पिता पर भी शाजापुर में केस दर्ज है। मामले में फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले और कन्वर्जन कराने वाले मौलवी को भी आरोपी बनाना चाहिए, लेकिन पुलिस ने सिर्फ इलियास पर ही कार्रवाई की है।
ये भी पढ़ें-
टिप्पणियाँ