विलनियस (लिथुआनिया)। लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में दो दिवसीय उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर सोमवार को तुर्किये ने स्वीडन की नाटो सदस्यता पर सहमति जताई है। इस पर अमेरिका और नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने खुशी जताई है। नाटो शिखर सम्मेलन मंगलवार से शुरू होगा।
नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने सोमवार को कहा कि तुर्किये सैन्य गठबंधन में शामिल होने के स्वीडन के प्रयास का समर्थन करने पर सहमत हो गया है। यह घोषणा लिथुआनिया के विलनियस में नाटो के शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर हुई है। उल्लेखनीय है कि तुर्किये के राष्ट्रपति रेसिप तैयिप एर्दोगन ने पहले कहा था कि स्वीडन केवल तभी गठबंधन में शामिल हो सकता है जब उनके देश को यूरोपीय संघ में स्वीकार किया जाता है। एर्दोगन पिछले एक साल से अधिक समय से स्वीडन के नाटो में शामिल होने की राह में रोड़े अटका रहे थे।
नाटो प्रमुख स्टोल्टेनबर्ग ने लिथुआनिया की राजधानी में एक बैठक के बाद ट्वीट किया। उन्होंने कहा-यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि बैठक के बाद राष्ट्रपति एर्दोगन ने स्वीडन के नाटो में शामिल होने पर सहमति व्यक्त की है। यह एक ऐतिहासिक कदम है। यह कदम सभी नाटो सहयोगियों को मजबूत और सुरक्षित बनाता है। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बर्लिन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उम्मीद जताई कि स्वीडन जल्द ही नाटो का हिस्सा बन जाएगा।
इस घटनाक्रम पर व्हाइट हाउस के एक बयान में राष्ट्रपति जो बाइडेन के हवाले से कहा गया-मैं आज शाम तुर्किये, स्वीडन और नाटो महासचिव के बयान का स्वागत करता हूं। मैं 32वें नाटो सहयोगी के रूप में प्रधानमंत्री क्रिस्टरसन और स्वीडन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं। गौरतलब है कि स्वीडन की नाटो सदस्यता पर तुर्किये अड़ंगा लगाता रहा है। हाल ही में कुरान जलाने की घटना के बाद वह नाराज हो गया था।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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