शिमला। हिमाचल प्रदेश में रविवार को भी बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं सामने आ रही हैं। बीते 24 घंटे में बाढ़ और भूस्खलन की 27 घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 11 घर क्षतिग्रस्त हुए। कालका-शिमला हेरिटेज रेल मार्ग पर कई जगह भूस्खलन होने से ट्रेनों की आवाजाही ठप है।
शिमला, मंडी, कूल्लु और सोलन जिले में कुदरत ने ज्यादा कहर बरपाया है। शिमला में तीन और चम्बा एवं कुल्लू में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। इनमें 11 साल का एक किशोर भी शामिल है। मूसलाधार वर्षा से राज्य की सभी प्रमुख नदियां, उप नदियां एवं नाले उफान पर हैं। कई स्थानों पर बारिश से जलभराव और सड़कों का कटाव देखने को मिला है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारी वर्षा के मद्देनजर लोगों से सतर्क रहने और नदी-नालों के नजदीक न जाने की अपील की है। उन्होंने राज्य के स्कूलों एवं कॉलेजों में अगले दो दिन यानी 10 व 11 जुलाई को अवकाश का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शिक्षा निदेशालय ने सभी सरकारी एवं निजी कॉलेजों में अगले दो दिन अवकाश की अधिसूचना जारी कर दी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक शिमला जिला के कोटगढ़ में एक घर के ध्वस्त होने से दंपति समेत बच्चे की मौत हो गई। चम्बा के ककियां में भूस्खलन से एक पुरुष और कुल्लू के लंकाबेकर में एक महिला की मृत्यु हुई। किन्नौर जिले के सांगला में बाढ़ से एक पुल के क्षतिग्रस्त होने से दो वाहन बह गए।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार व्यापक वर्षा से राज्यभर में तीन नेशनल हाइवे समेत 736 सड़कें, 1743 बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 138 पानी की स्कीमें बंद हो गई हैं। भूस्खलन से मंडी जिला में मंडी-कुल्लू नेशनल हाइवे-21, सिरमौर जिला में नेशनल हाइवे-707 और लाहौल-स्पीति में नेशनल हाइवे-505 अवरुद्ध है। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 172 सड़कें बंद हुई हैं। इसी तरह शिमला में 122, कुल्लू में 120, लाहौल-स्पीति में 88, सोलन में 82, चम्बा में 76, सिरमौर में 48, ऊना में 13, बिलासपुर में आठ और किन्नौर में चार सड़कें बाधित हैं। भारी वर्षा से 1743 ट्रांसफार्मरों के बंद पड़ जाने से कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं। सोलन में 720, ऊना में 579, कुल्लू में 488, सिरमौर में 407, मंडी में 311, किन्नौर में 160, शिमला में 111, बिलासपुर में 102, चम्बा में 70 और कांगड़ा में तीन ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं।
शिमला में कई जगह गिरे पेड़, जनजीवन प्रभावित
राजधानी शिमला में व्यापक वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई जगह पेड़ गिरने से सड़कों के बाधित होने से जहां यातायात प्रभावित हुआ है, वहीं वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। शहर के फागली क्षेत्र में सुबह के वक्त भारी-भरकम पेड़ कार पर जा गिरा। कार में मासूम बच्चे के साथ मां भी मौजूद थी। हादसे में दोनों की जान बाल-बाल बची है।
शिमला-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग- 205 पर घंडल के पास बने लोहे के ब्रिज के नीचे से भूस्खलन हो रहा है जिस कारण पुल पर यातायात एकतरफा किया गया है। शिमला पुलिस ने निर्देश दिए हैं कि शिमला से निचले हिमाचल को जाने वाले वाहन घंडल के पास बने लोहे के ब्रिज से ही गुजरेंगे, जबकि निचले हिमाचल से शिमला की ओर आने वाले वाहनों को वैकल्पिक सड़क कालीहट्टी, नालहट्टी, हरीदेवी का रूट निर्धारित किया गया है। ठियोग में नेशनल हाइवे-पांच पर लोहे के पुल को एहतियातन हर प्रकार के लोड ट्रकों के लिए बंद किया गया है। हालांकि अन्य यातायात के लिए पुल खुला रहेगा।
ऊना और बिलासपुर जिलों में हुई व्यापक वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों में ऊना जिला के रामपुर में सर्वाधिक 23 सेंटीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। बिलासपुर के आरएल बीबीएमबी में 22, शिमला के रोहड़ू में 19, सिरमौर के संगड़ाह में 18, देहरा गोपीपुर, कसौली, काहू, ऊना व घमरूर में 17-17, नैना देवी, नादौन व चुआडी में 16-16, अर्की, बरठीं, चम्बा व गुलेर में 15-15, डल्हौजी व पच्छाद में 14-14, अग्घर, मनाली, नाहन, बिलासपुर, जोगिन्दरनगर, धर्मशाला, जतोन बैरेज व कंडाघाट में 13-13, गोंदला, कांगड़ा व सोलन में 11-11, शिमला व सुजानपुर टिहरा में 10-10, पालमपुर, बलद्वारा, कटुआला, गोहर व नारकंडा में नौ-नौ, सुंदरनगर, मंडी व सराहन में आठ-आठ सेंटीमीटर वर्षा हुई है।
सोलन में बारिश से भारी भूस्खलन, कालका-शिमला रेलमार्ग और फोर लेन हाइवे बाधित
सोलन जिले में भारी बरसात और भूस्खलन से रेल और सड़क आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस वजह से कालका-शिमला हेरिटेज रेलमार्ग दो दिन से बंद है। साथ ही कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग- 5 बाधित है। यह उच्च मार्ग फोर लेन है। परवाणू से सोलन तक एक मार्ग पूरी तरह मलबे से भर गया है। सिर्फ एक मार्ग पर वाहनों की आवाजाही हो रही है। यह फोर लेन हाइवे जलमग्न है। जगह-जगह पत्थर और चट्टान गिर रही हैं। पर्यटक स्थल कसौली जाने वाले मार्ग को वाहनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हेरिटेज रेल मार्ग पर जगह-जगह मलबा आ गया है। फोर लेन निर्माण कार्य के चलते मिट्टी कटान किया गया है। इससे कमजोर पड़े पहाड़ दरकने लग पड़े हैं।
अगले 24 घंटे भी भारी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मानसून की सक्रियता से अगले 24 घंटे राज्य में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट रहेगा। लाहौल-स्पीति, कांगड़ा, चम्बा, शिमला, मंडी, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी गई है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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