देशभर में मॉनसून के चलते भारी बारिश हो रही है। कई राज्यों में लगातार हो रही ये बारिश आफत बनकर बरस रही है। मंडी में बंजार औट बाईपास को औट से जोड़ने वाला 40 साल पुराना पुल व्यास नदी के उफान में बह गया है। पुल का नदी में बहने का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे चंद सेकंड में पुल पानी के बहाव में बह जाता है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में व्यास नदी के तेज बहाव के कारण औट-बंजार को जोड़ने वाला एक पुल बह गया
(वीडियो की पुष्टि पुलिस ने की है)
पहाड़ी राज्यों में आफत की बारिश
मौसम विभाग के पूर्वानूमान के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में अभी बारिश से राहत नहीं मिलेगी। इन राज्यों में दो दिन और जमकर बरसात होगी। इन राज्यों में बारिश की वजह से पहले ही मुसीबत बनी हुई है। कुल्लू में व्यास नदी में उफान की वजह से चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 3 का एक हिस्सा बह गया। वहीं जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में भी मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन की तस्वीरें सामने आई हैं। ऐसे में मौसम विभाग का ये पूर्वानूमान पहाड़ी राज्यों की मुश्किलें और बढ़ा सकती है। हालांकि इन तीनों राज्यों में प्रशासन पहले से ही हाई अलर्ट पर है।
जानिए कौनसे राष्ट्रीय राजमार्ग हुए बंद ?
शनि मंदिर औट के समीप भूस्खलन और पहाड़ों से चट्टानें खिसकने की वजह से मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। वहीं भूस्खलन के कारण कटौल होते हुए मंडी-कुल्लू मार्ग पर भी आवाजाही बंद की गई है। इसी के साथ पंडोह-गोहर-चैलचौक-बग्गी-सुंदरनगर सड़क खुली है, लेकिन भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में बंजार औट बाईपास को औट से जोड़ने वाला 40 साल पुराना पुल व्यास नदी में उफान के कारण बह गया है। जिससे काफी नुकसान हुआ है।
वहीं भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं सामने आ रही हैं। बीते 24 घंटे में बाढ़ और भूस्खलन की 27 घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 11 घर क्षतिग्रस्त हुए। कालका-शिमला हेरिटेज रेल मार्ग पर कई जगह भूस्खलन होने से ट्रेनों की आवाजाही ठप है।
शिमला, मंडी, कूल्लु और सोलन जिले में कुदरत ने ज्यादा कहर बरपाया है। शिमला में तीन और चम्बा एवं कुल्लू में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। इनमें 11 साल का एक किशोर भी शामिल है। मूसलाधार वर्षा से राज्य की सभी प्रमुख नदियां, उप नदियां एवं नाले उफान पर हैं। कई स्थानों पर बारिश से जलभराव और सड़कों का कटाव देखने को मिला है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक शिमला जिला के कोटगढ़ में एक घर के ध्वस्त होने से दंपति समेत बच्चे की मौत हो गई। चम्बा के ककियां में भूस्खलन से एक पुरुष और कुल्लू के लंकाबेकर में एक महिला की मृत्यु हुई। किन्नौर जिले के सांगला में बाढ़ से एक पुल के क्षतिग्रस्त होने से दो वाहन बह गए।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार व्यापक वर्षा से राज्यभर में तीन नेशनल हाइवे समेत 736 सड़कें, 1743 बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 138 पानी की स्कीमें बंद हो गई हैं। भूस्खलन से मंडी जिला में मंडी-कुल्लू नेशनल हाइवे-21, सिरमौर जिला में नेशनल हाइवे-707 और लाहौल-स्पीति में नेशनल हाइवे-505 अवरुद्ध है। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 172 सड़कें बंद हुई हैं। इसी तरह शिमला में 122, कुल्लू में 120, लाहौल-स्पीति में 88, सोलन में 82, चम्बा में 76, सिरमौर में 48, ऊना में 13, बिलासपुर में आठ और किन्नौर में चार सड़कें बाधित हैं। भारी वर्षा से 1743 ट्रांसफार्मरों के बंद पड़ जाने से कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं। सोलन में 720, ऊना में 579, कुल्लू में 488, सिरमौर में 407, मंडी में 311, किन्नौर में 160, शिमला में 111, बिलासपुर में 102, चम्बा में 70 और कांगड़ा में तीन ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं।
राजधानी शिमला में व्यापक वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई जगह पेड़ गिरने से सड़कों के बाधित होने से जहां यातायात प्रभावित हुआ है, वहीं वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। शहर के फागली क्षेत्र में सुबह के वक्त भारी-भरकम पेड़ कार पर जा गिरा। कार में मासूम बच्चे के साथ मां भी मौजूद थी। हादसे में दोनों की जान बाल-बाल बची है।
शिमला-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग- 205 पर घंडल के पास बने लोहे के ब्रिज के नीचे से भूस्खलन हो रहा है जिस कारण पुल पर यातायात एकतरफा किया गया है। शिमला पुलिस ने निर्देश दिए हैं कि शिमला से निचले हिमाचल को जाने वाले वाहन घंडल के पास बने लोहे के ब्रिज से ही गुजरेंगे, जबकि निचले हिमाचल से शिमला की ओर आने वाले वाहनों को वैकल्पिक सड़क कालीहट्टी, नालहट्टी, हरीदेवी का रूट निर्धारित किया गया है। ठियोग में नेशनल हाइवे-पांच पर लोहे के पुल को एहतियातन हर प्रकार के लोड ट्रकों के लिए बंद किया गया है। हालांकि अन्य यातायात के लिए पुल खुला रहेगा।
टिप्पणियाँ