पुणे : हनीट्रैप में फंसकर खुफिया जानकारी पाकिस्तान को देने वाले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर के खिलाफ कोर्ट में ATS द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
आरोप पत्र में कहा गया है कि डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर पाकिस्तानी महिला एजेंट के प्रति आकर्षित थे। आरोप पत्र के मुताबिक, पाकिस्तान की एजेंट को वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर ने डिफेंस प्रोजेक्ट के साथ-साथ भारतीय मिसाइल सिस्टम के बारे में जानकारी दी थी।
वैज्ञानिक को महिला एजेंट ने अपना नाम ‘जारा दासगुप्ता’ बताया था। उसने खुद को इंग्लैंड की रहने वाली और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर वैज्ञानिक को अपना परिचय दिया था। इतना ही नहीं, वह अपनी फोटो भी शेयर करती थी। साइंटिस्ट और महिला दोनों वॉइस कॉल, मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे के संपर्क में थे।
ATS ने आरोप पत्र में कहा है कि महिला का आईपी ऐड्रेस की जांच की गई, तो पता चला कि वह पाकिस्तान का है। आरोप पत्र में बताया गया कि वैज्ञानिक ने भारतीय सरकार को रक्षा संबंधित उपकरण देने वाली एक निजी कंपनी के सीईओ की जानकारी भी पाकिस्तानी महिला एजेंट को दी थी। बतादें, यह कंपनी डिफेंस रोबोट बनाने का काम करती है।
चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि वैज्ञानिक द्वारा पाकिस्तानी जासूस ‘जारा दासगुप्ता’ से संवेदनशील और क्लासीफाइड जानकारियों को साझा किया गया था। ATS ने इस बात को साबित करने के लिए वैज्ञानिक और महिला के बीच हुई चैट को चार्जशीट में शामिल किया है।
बतादें, पिछले दिनों महाराष्ट्र ATS ने DRDO के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को पुणे से गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी आधिकारिक गोपनीयता एक्ट के तहत हुई थी। उनपर हनी ट्रैप में फंसकर पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने का आरोप है।अभी वैज्ञानिक कुरुलकर न्यायिक हिरासत में हैं।
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