कनाडा में भारतीय मूल के लिबरल पार्टी के एक सांसद हैं जो भारत से जुड़े मुद्दों पर मुखर रहते हैं और भारत के दुश्मनों को उनकी असली सूरत दिखाते रहते हैं। उन्होंने कल अपने ट्विट में खालिस्तानियों को उनकी असली सूरत दिखाते हुए उन्हें आस्तीन के सांप बताया है। सांसद ने कनाडा, आस्ट्रेलिया और अमेरिका में कार्यरत भारतीय राजनयिकों को ‘हत्यारा’ करार देते खालिस्तानियों के पोस्टरों की भर्त्सना की है। उन्होंने सावधान करते हुए लिखा है कि हमारे आसपास सांप अपने सिर उठा रहे हैं, फुंफकार रहे हैं।
लिबरल पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद चंद्र आर्य असल में भारत के कर्नाटक राज्य से हैं। भारत से जुड़े विषयों पर अपनी गंभीर विवेचना के लिए मशहूर आर्य का कल का ट्विट कनाडा के राजनयिक और राजनीतिक, दोनों गलियारों में खूब चर्चित हो रहा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि सवाल सिर्फ समय का है कि, खालिस्तानी कब, कहां हमला कर दें। दरअसल आर्य कनाडा में खालिस्तानी तत्वों के बढ़ते खतरे की तरफ इशारा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 8 जुलाई यानी कल खालिस्तानियों ने कोई ‘खालिस्तान आजादी रैली’ रखी है। इसकी घोषणा करने वाला एक पोस्टर भी जगह जगह चिपका देखा गया था। इस पर हाल में मारे गए खालिस्तानी आतंकी निज्जर का फोटो लगाकर उस हत्यारे को ‘शहीद’ लिखा गया था और भारत के विरुद्ध जहर उगला गया था। इसके बारे में अपने ट्वीट में आर्य ने लिखा कि कनाडा में खालिस्तानी हिंसा तथा ईर्ष्या को बढ़ावा दिया गया, इससे हमारे अधिकारों तथा स्वतंत्रता के चार्टर का दुरुपयोग करते हुए वे लगातार नीचे गिरते जा रहे हैं। यहां बता दें कि चंद्र आर्य कनाडा के ओंटारियो स्टेट में नेपियन चुनाव क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं।
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा की गई हत्या को दर्शाया गया और उसका जश्न मनाया गया। हमारे निर्वाचित प्रतिनिधियों ने इसकी भर्त्सना नहीं की। इससे खालिस्तानियों के हौसले बढ़ गए। आज वे खुलेआम भारत के राजनयिकों के विरुद्ध हिंसा का आह्वान करने की हिमाकत कर रहे हैं।
अपने इसी ट्वीट में आर्य आगे लिखते हैं कि अभी हाल में ब्रैम्पटन परेड में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा की गई हत्या को दर्शाया गया और उसका जश्न मनाया गया। हमारे निर्वाचित प्रतिनिधियों ने इसकी भर्त्सना नहीं की। इससे खालिस्तानियों के हौसले बढ़ गए। आज वे खुलेआम भारत के राजनयिकों के विरुद्ध हिंसा का आह्वान करने की हिमाकत कर रहे हैं। सांसद आर्य लिखते हैं—हालांकि, यह संतोष की बात है कि कनाडा के अधिकारी इस पर गौर कर रहे हैं, लेकिन ध्यान रहे कि ये सांप हमारे आंगन में अपना सिर उठाए घूम रहे हैं, फुंफकार रहे हैं। वे कब डस लेंग, यह तो बस वक्त ही जानता है।
खालिस्तान के पोस्टरों में ओटावा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा तथा टोरंटो में भारत के महावाणिज्यदूत अपूर्व श्रीवास्तव को खालिस्तान टाइगर फोर्स के सरगना हरदीप सिंह निज्जर का “हत्यारा” बताया गया था। इन पोस्टरों का भारत सरकार ने संज्ञान लेकर कनाडा की सरकार से बात भी की है।
ध्याद दें कि यह प्रकरण खालिस्तानियों द्वारा ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी मनाने के सिर्फ एक महीने बाद ही रचा गया है। खालिस्तानी आतंकियों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं बरसी के मौके पर, एक प्रदर्शनी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाया था, जिस पर खून सने उनके कपड़ों के साथ ही एक पोस्टर लगा था, उस पर लिखा था, “श्री दरबार साहिब पर हमले का बदला”।
भारत ने गत सोमवार को नई दिल्ली स्थित कनाडा के राजदूत को बुलाकर उस देश में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती हरकतों पर नाराजगी जताई गई थी। भारत सरकार ने कनाडा के अधिकारियों से कहा है कि 8 जुलाई को कनाडा में भारतीय दूतावासों के बाहर खालिस्तान समर्थक गुटों द्वारा प्रस्तावित विरोध-प्रदर्शनों को लेकर वक्त रहते कदम उठाए जाएं।
उधर कनाडा ने अगले दिन भारत के राजनयिकों की पूरी सुरक्षा करने का भरोसा दिया है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा, ब्रिटेन तथा अमेरिका सरीखे अपने साथी देशों से ‘चरमपंथी खालिस्तानी सोच’ को कोई स्थान न देने की अपील भी की है।
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