चमोली। गोपेश्वर में आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित श्री गोपेश्वर मंदिर के झुकने की खबर को पुरातत्व विभाग ने खारिज कर दिया है। विभाग का कहना है कि कुछ पत्थर धंसे हैं और दो-तीन पत्थरों के क्षतिग्रस्त होने से ऐसा हुआ है, जिसे ठीक करवाया जा रहा है।दरअसल, पिछले दिनों मंदिर के धंसने की खबर सोशल मीडिया पर आने से जिला प्रशासन ने पुरातत्व विभाग को सूचित किया था।
विभाग के अधिकारियों ने यहां पहुंचकर मंदिर को गहन सर्वेक्षण किया। पुरातत्व विभाग के अधीक्षण अभियंता मनोज सक्सेना के मुताबिक मंदिर के ड्रेनेज सिस्टम में सुधार की जरूरत है, जिसके लिए जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया कि मंदिर में एक कैनोपी लगी हुई थी, जिसे निकालने के दौरान इमारत पर दबाव पड़ा है, उसकी वजह से एक-दो पत्थर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनकी मरम्मत करवाई जाएगी।
अधीक्षण अभियंता सक्सेना ने बताया कि मंदिर परिसर में धरातल के पत्थर भी धंसे हैं, जोकि ड्रेनेज की समस्या है, जिसे ठीक करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ये काम पूरा होने के बाद उनकी टीम एक बार फिर से सर्वेक्षण कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। यदि और भी कुछ करना होगा तो हमारे स्तर से कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उल्लेखनीय है श्री गोपीनाथ मंदिर के नाम से गोपेश्वर शहर की ऐतिहासिक पहचान है और श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा का ये अहम पड़ाव भी है।
टिप्पणियाँ