देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कैंप कार्यालय में 1975 में इंदिरा कांग्रेस शासन काल में लगाए गए आपात काल के लोकतंत्र के प्रहरियों को सम्मानित किया है।
उल्लेखनीय है कि आपात काल के दौरान प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके पुत्र संजय गांधी के कहने पर विपक्ष दलों के नेताओ को जेल में बंद कर यातनाएं दी गईं थीं। उत्तराखंड क्षेत्र में भी आपातकाल के दौरान तत्कालीन जनसंघ पार्टी के नेताओ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों को पकड़-पकड़ कर जेल भेजा गया और ये लोकतंत्र के प्रहरी 1977 तक जेलों में रहे थे।
उत्तराखंड जोकि यूपी का हिस्सा था यहां सीमावर्ती जनपदों में भी रहने वाले स्वयंसेवकों की धर पकड़ हुई और उन्हें जेल भेजा गया। पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे ।
कोश्यारी भी आपात काल के दौरान करीब डेढ़ साल तक जेल में रहे। जेल जाने वालों में रंजीत सिंह ज्याला, बाबू लाल गुप्ता, आदि को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल गए इन योद्धाओं के संघर्ष को हम कभी भूले नहीं हैं हम आप सभी के ऋणी रहे है।
पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि हम हमेशा उस काले अध्याय को याद करते हैं उन संघर्षों के दिनों को याद करते हैं। आज इन लोकतंत्र के प्रहरियों का सम्मान किया गया और ये परंपरा आगे भी चलती रहनी चाहिए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजय जी, राजेश सेठी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
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