पटना। भाजपा नीति राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार से आगामी लोकसभा चुनाव में मुकाबले के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में पटना में संपन्न विपक्षी दलों की बैठक में एकजुट होकर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। ढाई घंटे चली बैठक में 15 पार्टियों के नेता मौजूद रहे। विपक्षी एकता की दूसरी बैठक शिमला में होगी। बैठक 10 से 12 जुलाई के बीच हो सकती है।
पार्टियों की संयुक्त पत्रकार वार्ता में नीतीश कुमार ने कहा कि एक साथ चलने की बात हुई है। एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। अगली बैठक सब पार्टियों की एक और जल्द की जाएगी। इस मीटिंग में अंतिम रूप दिया जाएगा कि कौन कहां से और कैसे लड़ेगा। नीतीश कुमार ने कहा कि खड़गे एक और मीटिंग करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि एक होकर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। कॉमन एजेंडा बना है। विपक्ष की अगली बैठक 12 जुलाई को शिमला में हो सकती है।
आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को पटना में हुई विपक्षी पार्टियों की बैठक के बाद वक्तव्य जारी कर कांग्रेस के साथ अपनी नाराजगी जाहिर की है। पार्टी का कहना है कि केंद्र के अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस की झिझक और टीम भावना से कार्य करने से इनकार उसकी भूमिका पर संदेह पैदा करती है। पार्टी ने वक्तव्य जारी कर कहा कि आम आदमी पार्टी किसी ऐसे गठबंधन में शामिल नहीं हो सकती, जिसमें कांग्रेस शामिल हो। कांग्रेस को सार्वजनिक तौर पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आना होगा और राज्यसभा में अपने 31 सांसदों के साथ इसका विरोध करना होगा। ऐसा नहीं होने तक आम आदमी पार्टी सभी एक जैसी सोच वाली पार्टियों की बैठक में शामिल नहीं होगी।
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