देहरादून। एक संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा कि उत्तराखंड की सनातन संस्कृति से खिलवाड़ करने वालों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पुरोला की घटना जनमानस की स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी। पर्यावरण पर पूछे गए सवाल कि पहाड़ों पर मैदानी इलाकों में सड़कें बन रही हैं, किन्तु पेड़ गायब हो गए हैं? इस पर सीएम धामी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पेड़ जरूर लगाए ये उनके नॉर्म्स में भी हैं। हमारी सरकार भी हर बरसात में पेड़ लगाती है, हमारे उत्तराखंड में तो हरेला पर्व की परंपरा है इस दिन पूरे पहाड़ के लोग कहीं न कहीं एक पेड़ जरूर लगाकर प्रकृति की पूजा करते हैं। देश को ऑक्सीजन उत्तराखंड देता है कोई और राज्य नहीं देता। हम इस बार भी पेड़ लगाएंगे।
युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार
युवाओं में धामी कैसे विश्वास पैदा कर रहे हैं, यहां बहुत कुछ हुआ भर्तियों को लेकर इसे सरकार कैसे देखती है? इस सवाल पर सीएम ने कहा कि पिछले कुछ सालों से भर्तियों में नकल हो रही थी हमने भर्ती घोटाले के विषय को समझा, युवाओं की भावनाओं को समझा और सख्त कानून हमारी सरकार ले आई। 80 से ज्यादा लोग जिन्होंने घोटाले किए वो जेल में हैं। युवाओं को अब नौकरियां मिलनी शुरू हो गई हैं। हम पासआउट को नियुक्ति पत्र दे रहे हैं, जिन्हें नौकरी नहीं मिल रही उन्हें स्व-रोजगार से जोड़ रहे हैं। इस बार के बजट में हमने इसका प्रावधान किया है।
अवैध कब्जे के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई
जमीन जिहाद, लव जिहाद, डेमोग्राफी चेंज को लेकर भी उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि उत्तराखंड का एक सनातन स्वरूप रहा है, ये देवभूमि है, कुछ लोग यहां की संस्कृति पर हमले करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से सरकारी जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं। जब ऐसी रिपोर्ट्स हमारे पास आई तो हमने एक अभियान शुरू किया और अकेले वन विभाग की ढाई हजार एकड़ जमीन खाली करवा चुके हैं। ये अभियान जारी है करीब तीन हजार हैक्टेयर जमीन और चिन्हित की गई है, जिसे इस हफ्ते से हम खाली करवा रहे हैं। सीएम ने कहा कि चार मैदानी जिलों में नदियों के किनारे, नहरों के किनारे, ग्राम सभा, जहां-जहां सरकारी जमीन मिली वहां बाहर से लोग आकर बसने लगे, जिन्हें हटना होगा। हमने उन्हें तीन महीने पहले बोल दिया था कि सरकारी जमीन के कब्जों को खुद छोड़ दें, नही तो हम खाली करवाएंगे और ये अभियान जारी है और तब तक जारी रहेगा जब तक एक फुट जगह भी कब्जे में रहेगी।
लव जिहाद को लेकर सीएम ने कहा कि नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर, प्रलोभन देकर, ठग कर मतांतरण के लिए दबाव डालने की हरकत करना, नाम बदलकर फेक आईडी बनाकर आप हरकत करोगे तो प्रतिक्रिया होगी। राज्य में सख्त धर्मांतरण कानून है। उत्तराखंड की सनातन संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वालों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। सीएम ने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है, उसके लिए सरकार है।
एक सवाल कांवड़ यात्रा पर पूछा गया कि आस्था के साथ कांवड़ न्यूसेंस भी करते हैं सड़कें जाम, डीजे का शोर कितनी जरूरी है ये? इस पर सीएम धामी ने कहा ये सनातन देश है, भोले के भक्तों के मैंने स्वयं जाकर चरण धोए। उसके बाद से देखिए फर्क महसूस हुआ तीन करोड़ नहीं, करीब चार करोड़ शिव भक्त गंगा जल लेने पिछले साल आए। ये आस्था में भावुक होकर अपने-अपने शहरों की तरफ जाते हैं। स्वाभाविक है भीड़ होगी, लेकिन ये हमारे अतिथि हैं, हम इनका स्वागत करेंगे।
चारधाम यात्रा के दौरान लगने वाले जाम के सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में वीकेंड पर बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री आते हैं। जाम लग रहे हैं हम अगले 25 सालों के लिए सड़क का प्लान बना रहे हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश, हल्द्वानी, नैनीताल सब जाम से मुक्त होंगे ऐसी कोशिश है। ऋषिकेश के संकरे मार्ग पर उन्होंने कहा कि इस ओर हमारा ध्यान है। इस पर जल्दी काम खत्म होगा।
महिलाओं की सुरक्षा सशक्तिकरण पर भी सीएम धामी ने विस्तार से चर्चा की। साथ ही समान नागरिक संहिता पर बात करते हुए कहा कि इससे महिलाओं को सुरक्षा और संरक्षण मिलेगा। उत्तराखंड में हम अगले कुछ हफ्तों में यूसीसी लागू कर देंगे। उन्होंने कहा कि अब देशभर में समान नागरिक संहिता की बात होने लगी है।
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